लैलूंगा में छठ महापर्व की भव्य रौनक, राधा कृष्ण मंदिर के पीछे छठ घाट पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सागर ; आस्था, उत्साह और परंपरा का अद्भुत संगम…

लैलूंगा, 28 अक्टूबर। लैलूंगा क्षेत्र में छठ महापर्व की अद्भुत छटा देखते ही बन रही है। राधा कृष्ण मंदिर के पीछे स्थित छठ घाट पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। भोर की पहली किरण के साथ ही घाट पर आस्था और उल्लास का माहौल चरम पर पहुंच गया। महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सज-धज कर सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया और लोकगीतों की मधुर गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।
छठ महापर्व की शुरुआत से ही पूरे क्षेत्र में हर्ष और श्रद्धा का माहौल है। राधा कृष्ण मंदिर के पीछे स्थित यह घाट विशेष रूप से सजाया गया है। दीपों की लौ, केले के पेड़ों की सजावट और फूलों की माला से सुसज्जित घाट धार्मिक आभा बिखेर रहा है। सुबह से ही श्रद्धालु परिवारों सहित पहुंचकर सूर्योपासना, व्रत और पूजन में लीन हैं।
प्राचीन परंपरा के अनुसार, छठ पूजा सूर्यदेव और छठी मइया को समर्पित है। श्रद्धालु सूर्यदेव को अर्घ्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि, आरोग्य और कल्याण की कामना करते हैं। लैलूंगा में इस बार भी सैकड़ों परिवारों ने उपवास रखकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।
घाट की सफाई और सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया है। स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों ने मिलकर स्वच्छता और व्यवस्था का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया। पुलिस और स्वयंसेवकों की टीम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लगातार तैनात रही।
छठ पर्व की मुख्य संध्या और उषा अर्घ्य के दौरान घाट श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। लोग ठेकुआ, गुड़, नारियल, फल और चावल जैसे पारंपरिक प्रसाद अर्पित कर सूर्यदेव से परिवार की मंगलकामना करते नजर आए।
पूरे लैलूंगा क्षेत्र में छठ पर्व ने उत्साह और भक्ति की ऐसी लहर पैदा की है, जिसने हर हृदय को एक सूत्र में बांध दिया है। सूर्यास्त से लेकर सूर्योदय तक छठ घाट पर गूंजती श्रद्धा की स्वर लहरियां लैलूंगा की पहचान बन गई हैं।




