रायपुर

जादू-टोना के शक में युवक की बेरहमी से हत्या – रायपुर के पास अंधविश्वास बना खून की वजह, आरोपी गिरफ्तार…

रायपुर, 2 नवंबर। राजधानी रायपुर से सटे अभनपुर इलाके में शनिवार रात एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। जादू-टोना के शक में एक युवक की उसके ही गांव के व्यक्ति ने चाकू मारकर हत्या कर दी। यह सनसनीखेज घटना मुजगहन थाना क्षेत्र के छछानपैरी गांव की है।घटना के बाद गांव में दहशत फैल गई। पुलिस ने कुछ ही घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

अंधविश्वास ने छीनी जान : जानकारी के अनुसार, छछानपैरी गांव निवासी संजय नेताम को अपने ही गांव के श्याम कुमार ध्रुव पर लंबे समय से जादू-टोना करने का शक था। इसी शक ने धीरे-धीरे दुश्मनी का रूप ले लिया। ग्रामीणों के मुताबिक, दोनों के बीच पिछले कुछ महीनों से विवाद चल रहा था, लेकिन शनिवार रात वह रंजिश खूनी टकराव में बदल गई।

गुस्से में उतरा खून का खेल : देर शाम किसी बात को लेकर दोनों के बीच फिर झगड़ा हुआ। बात बढ़ते-बढ़ते हाथापाई तक पहुंची। तभी गुस्से में बेकाबू संजय नेताम ने अपने पास रखे चाकू से श्याम ध्रुव पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। कुछ ही मिनटों में श्याम जमीन पर लहूलुहान गिर पड़ा। घायल अवस्था में ग्रामीणों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।

रातोंरात हुई गिरफ्तारी : सूचना मिलते ही मुजगहन पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पूरे इलाके की घेराबंदी की। जांच के दौरान पुलिस को खून से सना चाकू बरामद हुआ। रात भर की तलाश के बाद आरोपी संजय नेताम को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार करते हुए कहा कि उसे यकीन था श्याम उस पर जादू-टोना करता है, जिससे उसका स्वास्थ्य और किस्मत बिगड़ रही थी।

थाना प्रभारी ने बताया –

“आरोपी और मृतक के बीच पुरानी रंजिश थी। अंधविश्वास और मानसिक भ्रम ने इस हत्या को जन्म दिया है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।”

मानसिक स्थिति की होगी जांच : पुलिस के मुताबिक, आरोपी संजय का दावा है कि मृतक अक्सर उसके सपनों में आकर उसे धमकाता था। इससे वह मानसिक रूप से अस्थिर हो गया था। अब पुलिस आरोपी की मानसिक स्थिति की चिकित्सीय जांच कराने की तैयारी में है।

गांव में मातम, परिजनों का आक्रोश : वारदात के बाद छछानपैरी गांव में सन्नाटा पसरा है। लोग अविश्वास में हैं कि अंधविश्वास की आग में एक परिवार उजड़ गया। मृतक के परिजनों ने कहा –

“श्याम शांत स्वभाव का व्यक्ति था। उसने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुँचाया। यह हत्या सिर्फ अंधविश्वास का नतीजा है। हम दोषी को कड़ी सजा चाहते हैं।”

सवालों के घेरे में समाज : यह दर्दनाक घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि 21वीं सदी के भारत में जादू-टोना जैसे अंधविश्वास आज भी कितनी गहरी जड़ें जमाए हुए हैं। एक झूठा शक, एक विकृत धारणा और एक अस्थिर मन – तीनों ने मिलकर एक निर्दोष की जान ले ली।

पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है –

“किसी भी अंधविश्वास या संदेह के आधार पर हिंसा न करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।”

यह हत्या सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि समाज पर अंधविश्वास के बढ़ते ज़हर की भयावह मिसाल है। जब तक शिक्षा और जागरूकता अंधविश्वास पर भारी नहीं पड़ेंगी, तब तक ऐसी त्रासदियां होती रहेंगी।

Ambika Sao

सह-संपादक

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