रायगढ़ पुलिस की अनूठी पहल : अब शहर के ‘सारथी’ बनेंगे जागरूकता के दूत, ऑटो चालकों को दिए साइबर सुरक्षा के मंत्र…

रायगढ़। साइबर अपराधों पर लगाम लगाने और यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए रायगढ़ पुलिस ने एक नई और व्यावहारिक पहल की है। पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देशन में अब शहर के ऑटो चालक पुलिस के ‘जागरूकता दूत’ के रूप में कार्य करेंगे।
कोतरारोड़ पुलिस ने एडिशनल एसपी श्री आकाश मरकाम और डीएसपी श्री सुशांतो बनर्जी के मार्गदर्शन में किरोड़ीमल क्षेत्र में ऑटो संघ के साथ एक विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया। थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य ऑटो चालकों को न केवल खुद सुरक्षित रखना था, बल्कि उनके माध्यम से आम जनता तक जागरूकता फैलाना भी था।
साइबर ठगी से बचने के गुर : कार्यक्रम में थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने वर्तमान समय में मोबाइल के दुरुपयोग और साइबर अपराधों के बढ़ते ग्राफ पर चिंता जताई। उन्होंने चालकों को समझाया कि साइबर ठग बिजली बिल अपडेट करने, बैंक खाता ब्लॉक होने या लॉटरी व पैसा दोगुना करने का लालच देकर ठगी करते हैं। उन्होंने स्पष्ट हिदायत दी कि, “अपनी निजी जानकारी, बैंक डिटेल्स या मोबाइल पर आया OTP कभी किसी के साथ साझा न करें।”
ऑटो पर चस्पा हुए जागरूकता पोस्टर : पुलिस ने ऑटो चालकों को समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए कहा कि वे शहर के कोने-कोने तक पहुँच रखते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए ऑटो वाहनों पर साइबर जागरूकता के पोस्टर चस्पा किए गए, ताकि यात्रा करने वाले यात्री भी इन्हें पढ़कर सतर्क हो सकें।
‘गुड सेमरिटन’ बनने की अपील : कार्यक्रम में यातायात नियमों के पालन के साथ-साथ यात्रियों से सम्मानजनक व्यवहार करने पर जोर दिया गया। पुलिस ने चालकों को “गुड सेमरिटन” (नेक आदमी) की जानकारी देते हुए घायलों की मदद के लिए आगे आने को प्रेरित किया।
इस अवसर पर प्रधान आरक्षक करूणेश राय, आरक्षक राजेश खांडे सहित थाना स्टाफ और बड़ी संख्या में ऑटो चालक उपस्थित रहे।




