छोटे गुमड़ा पंचायत में खुली लूट! सचिव और सरपंच की मिलीभगत से सरकारी खजाने पर डाका – ग्रामसभा के बिना लाखों रुपये उड़ाए गए….

घरघोड़ा। जिले की छोटे गुमड़ा ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार की गंध अब सड़ांध बन चुकी है। गांव के लोगों ने पंचायत सचिव और सरपंच सचिन ध्रुव पर सरकारी राशि के बड़े पैमाने पर गबन का गंभीर आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने अनुविभागीय दण्डाधिकारी (एसडीएम) घरघोड़ा से सचिव को तत्काल हटाने और समूचे वित्तीय लेनदेन की जांच की मांग की है।
ग्रामसभा नहीं, फर्जी प्रस्तावों से लूटा गया पैसा : ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत में कभी भी ग्रामसभा नहीं होती। ग्रामसभा के बिना सचिव और सरपंच मिलकर फर्जी प्रस्ताव तैयार करते हैं और 15वें वित्त आयोग की राशि का मनमाना आहरण करते हैं।
वर्ष 2024-25 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मरम्मत, कम्प्यूटर-प्रिंटर खरीदी और नाली निर्माण जैसे कार्यों के नाम पर लाखों रुपये निकाल लिए गए, पर जमीन पर कोई काम दिखाई नहीं देता।

“कागज़ पर काम पूरे दिखाए गए, लेकिन गांव में एक फावड़ा भी नहीं चला,” — एक ग्रामीण ने आक्रोश जताया।
2025-26 में भी जारी लूट का सिलसिला : इतना ही नहीं, 2025-26 के वित्तीय वर्ष में भी 15वें वित्त आयोग की राशि उसी तरह से उठाई जा रही है, जैसे पिछले साल की गई थी — बिना ग्रामसभा, बिना जनसहमति और बिना कोई वास्तविक कार्य।
ग्रामीणों का कहना है कि सचिव और सरपंच की मिलीभगत से पंचायत को लूट का ठिकाना बना दिया गया है।
ग्रामीणों का फूटा गुस्सा – “सचिव को हटाओ, जांच कराओ” आक्रोशित ग्रामीणों ने एसडीएम घरघोड़ा को ज्ञापन सौंपते हुए कहा —
“गांव में विकास नहीं, सिर्फ कागज़ी खेल हो रहा है। पैसा निकलता है लेकिन नाली, दीवार, सड़क — कुछ भी नहीं बनता।”
ग्रामीणों ने मांग की है कि पंचायत सचिव को तत्काल पद से हटाया जाए, 15वें वित्त आयोग की राशि का ऑडिट कराया जाए, और जो राशि गबन हुई है उसे वसूला जाए।
गांव में यह चर्चा आम है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इससे ग्रामीणों में भारी असंतोष है।
लोगों का कहना है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सामूहिक प्रदर्शन कर पंचायत का कामकाज बंद कर देंगे।
मुख्य तथ्य एक नज़र में :
- ग्रामसभा नहीं हुई, फर्जी प्रस्तावों से लाखों की राशि आहरित
- स्वास्थ्य केंद्र, नाली और कम्प्यूटर खरीदी के नाम पर गबन
- सचिव–सरपंच की मिलीभगत से पंचायत में खुलेआम भ्रष्टाचार
- ग्रामीणों ने एसडीएम से सचिव हटाने और जांच की मांग की
💥 जनता की आवाज़:
“यह सिर्फ पैसे की चोरी नहीं, लोकतंत्र की हत्या है। ग्रामसभा खत्म, पारदर्शिता खत्म — बस भ्रष्टाचार बचा है।”
वर्तमान सचिव की धांधली को लेकर भर जल्द मिलेंगे RART -2 में…




