“गारंटी का ढोल कब बजेगा? संविदा की जंजीर कब टूटेगी?”

रायगढ़, छत्तीसगढ़, 12 सितंबर 2025। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुक्रवार को 26वें दिन में पहुँच गई। लगातार संघर्षरत इन कर्मचारियों ने आज रायगढ़ में जिला भाजपा अध्यक्ष के सामने सवालों की रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
करीब 800 हड़ताली कर्मचारी, छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय कर्मचारी संघ के मजबूत समर्थन के साथ आंदोलन को धार दे रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार अब “आश्वासनों की घिसी-पिटी बातें” बंद करके लिखित आदेश जारी करे।
कर्मचारियों के सवाल : गुस्साए कर्मचारियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए तीखे सवाल दागे –
- “02 बजट और 20 महीने बीत गए, अब नहीं तो कब?”
- “मोदी की गारंटी और घोषणा पत्र के वादे हकीकत बनेंगे कब?”
- “20 साल की संविदा गुलामी और शोषण से मुक्ति कब?”
- “राष्ट्रीय शिक्षा मिशन का संविलियन हो गया, तो एनएचएम कर्मचारियों का कब?”
- “अन्य राज्यों में जॉब सिक्योरिटी, ग्रेड पे और अनुकंपा नियुक्ति का लाभ मिल रहा है, छत्तीसगढ़ महतारी के बच्चों को उनका हक कब मिलेगा?”
पांच प्रमुख मांगें : कर्मचारियों ने सरकार से तुरंत इन पांच बिंदुओं पर आदेश जारी करने की मांग की –
- ग्रेड पे
- जॉब सिक्योरिटी
- संविलियन
- अनुकंपा नियुक्ति
- संविदा मुक्ति
सरकार पर सीधा वार : घोषणा पत्र की टैगलाइन “हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे” पर तंज कसते हुए कर्मचारियों ने कहा –
“आपने बनाया है, तो संवारेंगे कब?”
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने सत्ता पाने के लिए झूठे वादों का सहारा लिया और अब संविदा कर्मियों की अनदेखी की जा रही है। वहीं, हाल ही में कर्मचारियों पर बर्खास्तगी और दमनकारी कार्रवाई की कोशिशों का भी उन्होंने कड़ा विरोध किया।
आंदोलन का अगला चरण : हड़ताली कर्मचारियों ने साफ चेतावनी दी –
“जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन रुकने वाला नहीं है।”
आज रायपुर में छत्तीसगढ़ एनएचएम कर्मचारी संघ की अहम बैठक बुलाई गई है, जिसमें 33 जिलों के जिलाध्यक्ष शामिल हो रहे हैं। इस बैठक में आगामी रणनीति तय की जाएगी और संकेत मिल रहे हैं कि आंदोलन और बड़े स्तर पर उग्र रूप ले सकता है।