बाबा गुरु घासीदास पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले युवक पर FIR – सतनामी समाज आक्रोशित, सिंधी समाज ने किया बहिष्कार…

रायगढ़। शहर में बाबा गुरु घासीदास के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले युवक के खिलाफ पुलिस ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। सतनामी समाज की शिकायत पर चक्रधरनगर थाना पुलिस ने आरोपी विजय राजपूत के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। वहीं, सिंधी समाज ने आरोपी का सार्वजनिक बहिष्कार करते हुए साफ कहा है कि “इस व्यक्ति का हमारे समाज से कोई संबंध नहीं है।”
नशे में बाबा गुरु घासीदास के प्रति की थी अभद्र टिप्पणी, वीडियो वायरल होते ही भड़का आक्रोश : जानकारी के अनुसार, चक्रधरनगर स्थित सिंधी कॉलोनी निवासी विजय राजपूत ने बुधवार रात शराब के नशे में सिग्नल चौक पर बाबा गुरु घासीदास के बारे में आपत्तिजनक और अमर्यादित बातें कहीं। उसने नशे की हालत में न केवल अभद्र भाषा का प्रयोग किया बल्कि वीडियो बनवाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया।

वीडियो सामने आते ही सतनामी समाज में तीव्र आक्रोश फैल गया। समाज के लोगों ने इसे आस्था और सम्मान पर सीधा प्रहार बताते हुए पुलिस अधीक्षक (SP) को ज्ञापन सौंपकर आरोपी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
FIR दर्ज – SC/ST एक्ट की धाराओं में भी जोड़ी गई कठोर कार्रवाई : सतनामी समाज के सदस्य अजय कुमार भारद्वाज की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी विजय राजपूत के खिलाफ धारा 296, 299, 302, 352, 3(5) BNS तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 3(2)(क) के तहत अपराध दर्ज किया है।

पुलिस का कहना है कि यह मामला धार्मिक आस्था और सामाजिक सद्भाव से जुड़ा है, इसलिए जांच पूरी गंभीरता और निष्पक्षता से की जा रही है।
सिंधी समाज का ऐलान – “विजय का हमारे समाज से कोई वास्ता नहीं” : इस घटना के बाद सिंधी समाज ने भी स्पष्ट रुख अपनाते हुए आरोपी का पूर्ण बहिष्कार कर दिया है। सिंधी समाज के संरक्षक डॉ. ए.एल. डेंब्रा ने कहा –
“जिस व्यक्ति ने यह निंदनीय कृत्य किया है, उसका हमारे समाज से कोई लेना-देना नहीं है। समाज की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि वह अब सिंधी समाज का हिस्सा नहीं रहेगा। यदि उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होती है, तो समाज को कोई आपत्ति नहीं होगी।”
डॉ. डेंब्रा ने कहा कि सिंधी समाज आपसी भाईचारे, सद्भाव और सम्मान में विश्वास रखता है। उन्होंने एसपी से मांग की कि प्रशासन आरोपी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।
धार्मिक आस्था पर प्रहार बर्दाश्त नहीं – समाजों ने दी एकजुटता की मिसाल : यह घटना रायगढ़ में धार्मिक आस्था, गुरु परंपरा और सामाजिक एकता के प्रति संवेदनशीलता की मिसाल पेश करती है।
जहां सतनामी समाज ने अपनी श्रद्धा और सम्मान की रक्षा के लिए एकजुट होकर आवाज उठाई है, वहीं सिंधी समाज ने साहसपूर्वक गलत का विरोध कर समाजिक जिम्मेदारी का परिचय दिया है।
अब पूरा रायगढ़ जिला पुलिस की अगली कार्रवाई पर नज़रें टिकाए हुए है। समाज का स्पष्ट संदेश है –
“गुरुजनों के सम्मान से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”




