जेएसपीएल यार्ड से लाखों का वेस्ट मटेरियल चोरी का खुलासा!…कोतररोड़ पुलिस ने तीन सदस्यीय गिरोह पकड़ा – 1.20 करोड़ की संपत्ति बरामद, दो ट्रेलर सहित तीन मोबाइल जब्त…

रायगढ़, 3 नवंबर। रायगढ़ की औद्योगिक नगरी में एक बार फिर संगठित चोरी गिरोह के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। जेएसपीएल (जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड) के डम्प यार्ड से लाखों रुपये का वेस्ट लोहा चोरी करने वाले तीन आरोपियों को कोतररोड़ पुलिस ने गिरफ्तार कर 1.20 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की है। बरामद सामग्री में दो ट्रेलर, तीन मोबाइल फोन और 68 टन से ज्यादा लोहा (एक्रिशन मटेरियल) शामिल है।
घटना का खुलासा तब हुआ जब जेएसपीएल पतरापाली के महाप्रबंधक (जनसंपर्क) हेमंत वर्मा ने 1 नवंबर को थाना कोतररोड़ में रिपोर्ट दर्ज कराई। उनके अनुसार ग्राम कलमी स्थित कंपनी के डम्प यार्ड में एक्रिशन (लोहे का वेस्ट मटेरियल) संग्रहित था। 26 अक्टूबर को निरीक्षण के दौरान सब कुछ सुरक्षित मिला था, लेकिन 1 नवंबर को जब यार्ड का पुनः निरीक्षण किया गया, तो भारी मात्रा में मटेरियल गायब मिला।
एसपी के निर्देश पर तत्काल एक्शन – छापेमारी में मिली सफलता : एसपी दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन और डीएसपी सुशांतो बनर्जी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक मोहन भारद्वाज के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। मुखबिरों की सूचना पर पुलिस ने शहर के एनएच-49 किनारे खड़े दो संदिग्ध ट्रेलरों पर छापेमारी की। मौके पर मौजूद तीन संदिग्ध ड्राइवर पुलिस को देखकर भागने लगे, लेकिन टीम ने घेराबंदी कर उन्हें धर दबोचा।
पूछताछ में आरोपियों ने चोरी की वारदात कबूल करते हुए बताया कि उन्होंने जेएसपीएल डम्प यार्ड से वेस्ट मटेरियल ट्रेलरों में लोड कर बाहर निकाल लिया था।
जब्ती की सूची भारी – दो ट्रेलर और टनभर लोहा :
- ट्रेलर CG-10-BT-1044 (कीमत ₹60 लाख), लोडेड 31,560 किलो एक्रिशन (कीमत ₹9 हजार)
- ट्रेलर CG-10-BC-5505 (कीमत ₹60 लाख), लोडेड 37,720 किलो एक्रिशन (कीमत ₹12,600)
- तीन मोबाइल फोन — नजरो, विवो और वनप्लस कंपनी के
कुल बरामद संपत्ति की कीमत ₹1,20,36,600 आँकी गई है।
गिरफ्तार आरोपी और पृष्ठभूमि :
- कुशलराम यादव (36 वर्ष) – निवासी सिंगधौरा, थाना जैतहरी, जिला अनुपपुर (म.प्र.)
- शंभू यादव (29 वर्ष) – निवासी रतनपुर, जिला बिलासपुर
- लक्की कंवर (20 वर्ष) – निवासी कलमी, थाना कोतररोड़, जिला रायगढ़
तीनों आरोपियों को 2 नवंबर को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
संगठित गिरोह की जांच जारी : पुलिस का मानना है कि यह मामला संगठित चोरी गिरोह की गतिविधि से जुड़ा हुआ है। संभावित अन्य सदस्यों की पहचान और सप्लाई चैन का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
इस कार्रवाई में प्रधान आरक्षक करूणेश राय, आरक्षक संदीप कौशिक, चूड़ामणि गुप्ता और राजेश खांडे की महत्वपूर्ण भूमिका रही।




