पत्रकारिता के स्वाभिमान का संगम : बिलासपुर में होने जा रहे राष्ट्रीय अधिवेशन में रायगढ़ के पत्रकारों की जोरदार तैयारी ; पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराने को लेकर रायगढ़ के कलमकारों ने भरी हुंकार…

रायगढ़। पत्रकारों की सुरक्षा, सम्मान और अधिकार की लड़ाई को निर्णायक मोड़ देने के उद्देश्य से अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा सेवा समिति के तत्वावधान में आगामी 2 नवंबर 2025 को बिलासपुर में होने जा रहे राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर रायगढ़ जिले में अभूतपूर्व उत्साह का माहौल है। इस अधिवेशन को “पत्रकारिता के स्वाभिमान का संगम” कहा जा रहा है, जिसमें देशभर से वरिष्ठ संपादक, प्रतिनिधि और मीडिया कर्मी जुटकर पत्रकारिता की अस्मिता, स्वतंत्रता और सुरक्षा पर मंथन करेंगे।
इसी कड़ी में रायगढ़ जिला इकाई की एक महत्वपूर्ण बैठक रविवार को शहर के जुटमिल स्थित पहुंना होटल में संपन्न हुई, जिसकी अध्यक्षता समिति के जिला अध्यक्ष राजा खान ने की। बैठक में जिलेभर के सक्रिय पत्रकारों ने भाग लेते हुए एकस्वर में संकल्प लिया कि रायगढ़ से एक सशक्त प्रतिनिधिमंडल बिलासपुर अधिवेशन में शामिल होगा और पत्रकार सुरक्षा कानून को पूर्ण रूप से लागू कराने की दिशा में निर्णायक संघर्ष करेगा।
राजा खान ने अपने संबोधन में कहा- “अब समय आ गया है कि पत्रकारों की सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे। पूर्ववर्ती सरकार ने जो अधूरा वादा छोड़ा था, उसे अब पूरा किया जाना चाहिए। पत्रकार केवल खबर नहीं लिखते, वे समाज का आईना हैं। पत्रकार की सुरक्षा, दरअसल लोकतंत्र की सुरक्षा है।”
बैठक में संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नितिन सिन्हा, वरिष्ठ पदाधिकारी नरेंद्र चौबे, नवरत्न शर्मा, भूपेंद्र सिंह ठाकुर, महादेव परिहारी, मनीष सिंह, प्रशांत तिवारी, विपिन सवानी, निमेष पाण्डेय, हेमसागर श्रीवास, प्रशांत गुप्ता, दीपक शोभवानी, पार्थ, राजेश दुबे और कैलाश आचार्य (मीडिया प्रभारी) सहित अनेक पत्रकार मौजूद रहे।
बैठक के दौरान पत्रकारों ने यह भी स्पष्ट किया कि अब समय है जब पत्रकारिता के मूल्यों की रक्षा के लिए कलम से लेकर सड़कों तक संघर्ष किया जाए। रायगढ़ से बड़ी संख्या में पत्रकार बिलासपुर अधिवेशन में शामिल होकर यह संदेश देंगे कि पत्रकार अब मौन दर्शक नहीं, बल्कि सशक्त लोकतंत्र के प्रहरी हैं।
बैठक का वातावरण जोश, एकजुटता और पत्रकारिता के गौरव को पुनर्स्थापित करने के दृढ़ संकल्प से भरा रहा। रायगढ़ जिला इकाई ने घोषणा की है कि यह अधिवेशन पत्रकारों के सम्मान और सुरक्षा की लड़ाई में मील का पत्थर साबित होगा।




