सारंगढ़-बिलाईगढ़ : अवैध धान पर ‘कलेक्टर का हंटर’, कोचियों की खैर नहीं; सड़क निर्माण के लिए अधिकारियों को मिला सिर्फ 7 दिन का अल्टीमेटम…

सारंगढ़, 2 दिसंबर 2025। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में धान खरीदी और विकास कार्यों को लेकर प्रशासन अब ‘एक्शन मोड’ में आ गया है। कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने आज समय सीमा की बैठक में स्पष्ट कर दिया कि धान खरीदी में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक शब्दों में कहा कि “कोचियों के अवैध धान पर कड़ी निगरानी रखें और फील्ड में प्रशासन की धमक दिखनी चाहिए।”

किसानों का सम्मान सर्वोपरि : कलेक्टोरेट सभाकक्ष में अधिकारियों की क्लास लेते हुए कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन केंद्रों पर आने वाले किसानों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। यदि धान में नमी है, तो किसानों को सम्मानपूर्वक जानकारी देकर वापस करें, लेकिन दुर्व्यवहार की शिकायत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने मंडी और राजस्व की टीम को दूसरे राज्यों और जिलों से आने वाले अवैध धान के परिवहन और भंडारण पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
सड़क निर्माण: 1 सप्ताह का अल्टीमेटम – शहर की खस्ताहाल सड़कों और अधूरे निर्माण को लेकर भी कलेक्टर के तेवर तीखे दिखे। नेशनल हाईवे द्वारा हरदी-सारंगढ़-दानसरा बाईपास का काम लगभग पूरा कर लिया गया है, लेकिन सारंगढ़ थाने से भारतमाता चौक तक का 2 किलोमीटर का पेंच अभी भी फंसा हुआ है। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और सीएमओ को सिर्फ एक सप्ताह का समय देते हुए निर्देश दिया कि पाइपलाइन शिफ्टिंग और अवैध कब्जा हटाकर सड़क निर्माण तत्काल पूर्ण करें।
मुख्यालय छोड़ने पर पाबंदी : विधानसभा के शीतकालीन सत्र और धान खरीदी की व्यस्तता को देखते हुए, कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को बिना अनुमति मुख्यालय न छोड़ने का फरमान जारी किया है।
फील्ड में दिखें अधिकारी, वसूलें राशि : कलेक्टर ने अधिकारियों को एसी कमरों से निकलकर फील्ड में जाने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि अवैध कब्जा, निजी अस्पतालों की जांच, और स्कूलों में आरटीई के पालन की जांच मौके पर जाकर करें। साथ ही, जिन सरपंचों ने राशि आहरण कर काम नहीं किया है, उनसे तत्काल राशि वसूली के आदेश दिए गए हैं।




