जशपुर : 9वीं की छात्रा की आत्महत्या, प्राचार्य पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप – स्कूल परिसर में अवैध हॉस्टल संचालन का भी खुलासा…

जशपुर। जिले से एक अत्यंत संवेदनशील और चिंताजनक मामला सामने आया है। बगीचा थाना क्षेत्र के गोवासी गांव स्थित सरस्वती हायर सेकेंडरी स्कूल में कक्षा 9 की एक छात्रा ने 23 नवंबर की शाम संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। छात्रा का शव स्कूल परिसर में ही संचालित हॉस्टल के स्टडी रूम में साड़ी के फंदे से लटकता हुआ मिला।
स्थल निरीक्षण के दौरान पुलिस को एक सुसाइड नोट भी प्राप्त हुआ है, जिसमें छात्रा ने स्कूल के प्राचार्य कुलदीप टोपनो पर अनुचित स्पर्श और यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने नोट को जब्त कर लिया है और प्राचार्य को हिरासत में ले लिया गया है।
अवैध रूप से संचालित हो रहा था हॉस्टल : जांच के प्रारंभिक चरण में यह महत्वपूर्ण तथ्य सामने आया कि स्कूल परिसर में संचालित हॉस्टल पूरी तरह अवैध था।
- हॉस्टल चलाने के लिए आवश्यक सरकारी अनुमति नहीं ली गई थी।
- इसका संचालन ग्रामीण शिक्षा समिति द्वारा किया जा रहा था, जिसका अध्यक्ष इलियास कुजूर है।
- प्राचार्य कुलदीप टोपनो स्कूल की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
- अवैध हॉस्टल में 22 छात्र और 11 छात्राएं रह रहीं थीं।
छात्रा सरगुजा जिले के सीतापुर क्षेत्र की रहने वाली थी और उसे अभिभावकीय सहमति से वहीं रखा गया था, लेकिन नियमानुसार अनुमति के अभाव में यह संचालन स्पष्ट रूप से नियमों का उल्लंघन है।
प्रशासनिक अमला मौके पर पहुँचा, दस्तावेज जब्त : घटना की सूचना मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी, एसडीएम, सहायक आयुक्त, बीईओ, एसडीओपी, तहसीलदार तथा बगीचा पुलिस की संयुक्त टीम स्कूल पहुँची और पूरे परिसर का निरीक्षण किया। जांच टीम ने स्कूल के सभी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं और हॉस्टल संचालन से जुड़े अभिलेखों की भी विस्तृत पड़ताल की जा रही है।
मजिस्ट्रियल जांच जारी – वास्तविक कारणों का खुलासा रिपोर्ट के बाद : बगीचा एसडीएम प्रदीप राठिया ने बताया कि यह मामला अत्यंत संवेदनशील है और इसकी मजिस्ट्रियल जांच जारी है। उन्होंने कहा:
“जांच पूरी होने के बाद ही छात्रा की आत्महत्या के वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेंगे। फिलहाल सभी संभावित पहलुओं की गहन जांच की जा रही है।”
गंभीर सवालों के घेरे में स्कूल प्रबंधन : यह घटना स्कूल प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करती है –
- अवैध रूप से हॉस्टल कैसे चल रहा था?
- क्या स्कूल प्रशासन को छात्रा की परेशानी की कोई जानकारी नहीं थी?
- यौन उत्पीड़न के आरोप इतने गंभीर हैं कि उनकी निष्पक्ष जांच आवश्यक है।
एक नाबालिग छात्रा की दुखद मृत्यु ने जशपुर जिले में शिक्षा व्यवस्था, सुरक्षा मानकों और स्कूल प्रबंधन की जवाबदेही को कठघरे में ला खड़ा किया है।
आरोप गंभीर हैं और जांच में कई महत्वपूर्ण तथ्य उजागर होने की संभावना है।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे कठोर कार्रवाई की जाएगी।




