रायगढ़

पोस्ट ऑफिस में नौकरी का झांसा, बेरोजगार युवक से 1 लाख की ठगी – रायगढ़ में ‘जीवनधन रोजगार ऑफिस’ का काला कारोबार बेनकाब…

रायगढ़। नौकरी की आस लगाए एक बेरोजगार युवक को झांसेबाज ने पोस्ट ऑफिस में नौकरी लगवाने का सपना दिखाकर एक लाख रुपए ठग लिए। आरोपी ने खुद को “रोजगार दिलाने वाला एजेंट” बताकर न केवल झूठे वादे किए, बल्कि दो महीने तक युवक को ज्वाइनिंग लेटर का इंतजार कराता रहा। अब पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

‘जीवनधन रोजगार ऑफिस’ का झांसा : मामला रायगढ़ के कोतवाली थाना क्षेत्र का है। किरोड़ीमल नगर निवासी किशन चंद्रा (31) लंबे समय से नौकरी की तलाश में था। इस बीच उसे जानकारी मिली कि बरमकेला क्षेत्र के ग्राम पड़कीपाली निवासी कैलाश यादव ने ईतवारी बाजार में जीवनधन रोजगार ऑफिस’ नाम से एक संस्थान खोला है, जो बेरोजगारों को सरकारी व निजी संस्थानों में नौकरी दिलाने का दावा करता है।

जब किशन वहां पहुंचा तो कैलाश ने कहा कि वह डाक विभाग (Post Office) में MTS (मल्टी टास्किंग स्टाफ) पद पर नौकरी लगवा सकता है। बदले में उसने 2 लाख रुपए की मांग की।

“7 दिन में ज्वाइनिंग लेटर मिलेगा” : झांसेबाज का वादा -कैलाश ने बड़े आत्मविश्वास से दावा किया कि उसने कई लोगों को नौकरी लगवाई है और उसके “अंदर तक सेटिंग” है। उसकी बातों पर भरोसा कर किशन ने 25 जुलाई को 1 लाख रुपए नकद दे दिए। आरोपी ने आश्वासन दिया कि सिर्फ 7 दिनों में ज्वाइनिंग लेटर मिल जाएगा।

लेकिन सात दिन क्या, पूरा दो महीने बीत गए – न ज्वाइनिंग लेटर मिला, न नौकरी का कोई अता-पता। जब किशन ने अपने पैसे लौटाने को कहा तो कैलाश ने टालमटोल और बहानेबाज़ी शुरू कर दी। आखिरकार युवक को समझ आ गया कि वह ठगी का शिकार हो गया है।

कोतवाली में FIR, आरोपी की तलाश तेज : पीड़ित किशन ने शनिवार को कोतवाली थाना रायगढ़ में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कैलाश यादव के खिलाफ (धारा 318(4) BNS )के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।

पुलिस का बयान : कोतवाली पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपी बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी का झांसा देकर रुपए ठगता था। पुलिस अब आरोपी की गतिविधियों और उसके जीवनधन रोजगार ऑफिस’ की वास्तविकता की भी जांच कर रही है।

सवाल उठता है क्या यह संगठित ठगी रैकेट है? : मामला सिर्फ एक युवक की ठगी का नहीं, बल्कि उन सैकड़ों बेरोजगारों के साथ हो रही मानसिक लूट का प्रतीक है, जो रोजगार की उम्मीद में ऐसे “ऑफिसों” के झांसे में आ जाते हैं। पुलिस अब यह भी जांच रही है कि क्या कैलाश यादव किसी बड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।

रायगढ़ पुलिस ने बेरोजगार युवाओं से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के रोजगार प्रस्ताव या निजी एजेंसी की सिफारिश पर पैसा न दें, और किसी भी संदिग्ध संस्था की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।

Admin : RM24

Investigative Journalist & RTI Activist

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!