रायगढ़ में बड़ा खुलासा: “मनी म्यूल” गिरोह सक्रिय! पुलिस ने जारी की हाई-अलर्ट एडवाइजरी…

रायगढ़। ऑनलाइन ठगी के लगातार बढ़ते मामलों के बीच रायगढ़ पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक शहर और आसपास के इलाकों में साइबर अपराधी “मनी म्यूल्स” का नेटवर्क फैलाने में जुटे हैं — ऐसे लोग जिन्हें अनजाने या कभी-कभी लालच देकर अपराधी अपने बैंक खाते और पहचान पत्र का उपयोग करने के लिए तैयार कर लेते हैं।
साइबर ठग चोरी या धोखाधड़ी से प्राप्त धन को वैध दिखाने और उसे एक खाते से दूसरे खाते में घुमाने के लिए आम लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस का कहना है कि कई युवा, बेरोजगार और सोशल मीडिया पर नौकरी तलाशने वाले लोग इन जालसाजों के आसान शिकार बन रहे हैं।
क्या है मनी म्यूल? – पुलिस की भाषा में – “ऐसा व्यक्ति जिसके खाते और पहचान का उपयोग अपराधी अवैध धन को साफ (launder) करने के लिए करते हैं।” चाहे व्यक्ति को पता हो या न हो, उसका खाता अपराध की चेन का हिस्सा बनते ही वह भी अपराधी माना जाता है।
यही नहीं – अपराधी अपनी पहचान बचाने के लिए इन लोगों के खातों में लाखों रुपये डालकर उन्हें आगे किसी और खाते में भेजने को कहते हैं। यही ट्रांज़ैक्शन बाद में मनी लॉन्ड्रिंग का सबूत बन जाता है।
पुलिस ने चेतावनी दी – “ऐसी गतिविधियों में शामिल होना सीधे जेल की टिकट है!” : पुलिस ने साफ कहा है कि मनी म्यूल बनना, चाहकर या अनजाने में, दोनों ही स्थिति में गंभीर कानूनी परिणाम दे सकता है। धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) और आईटी एक्ट जैसे कड़े कानून सीधे लागू होंगे।
क्या करें? (पुलिस की सख्त सलाह)
✔ फर्जी नौकरी ऑफ़र से सावधान रहें
✔ किसी भी कंपनी/व्यक्ति की पूरी जांच करें
✔ अनजान पार्टियों के साथ बैंक डिटेल साझा न करें
✔ संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें
क्या न करें? (पुलिस की सीधी चेतावनी)
❌ किसी को भी अपना बैंक खाता इस्तेमाल न करने दें
❌ “कमिशन” के लालच में खाता न दें
❌ गैरकानूनी धन ट्रांसफर का हिस्सा न बनें
❌ सोचें – एक गलती भविष्य बर्बाद कर सकती है
रायगढ़ पुलिस की अपील :
“सोच-समझकर कदम उठाएँ। अपराधियों का हथियार न बनने दें। किसी भी संदिग्ध ऑफ़र या लिंक पर तुरंत शिकायत करें।”




