सरगुजा में सड़क हादसों की दोहरी त्रासदी – एक की मौत, चार गंभीर घायल; हेलमेट न पहनना बना जानलेवा लापरवाही का सबब…

अंबिकापुर/उदयपुर। सरगुजा जिले में मंगलवार शाम सड़क पर बेपरवाही ने फिर एक जिंदगी छीन ली और चार युवाओं को जिंदगी और मौत के बीच झूलने पर मजबूर कर दिया। दो अलग-अलग स्थानों पर हुए हादसों में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि चार युवक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। दोनों ही मामलों में एक समानता रही – किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था।
पहला हादसा: अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार की मौके पर मौत – पहला हादसा उदयपुर-रामगढ़ मुख्य मार्ग पर शाम करीब 7 बजे हुआ। ग्राम पलका निवासी बैसाखू राम (42 वर्ष) अपनी बाइक से उदयपुर से घर लौट रहा था। जैसे ही वह बैगापारा ग्राउंड के पास पहुंचा, तभी तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भयावह थी कि बैसाखू राम सड़क पर जा गिरा और उसका सिर सड़क से रगड़ता चला गया। सिर फटने और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
घटना की सूचना पर उदयपुर पुलिस मौके पर पहुंची, शव को कब्जे में लेकर अस्पताल भेजा और मर्ग कायम कर जांच शुरू की। पुलिस को अब तक टक्कर मारने वाले वाहन का कोई सुराग नहीं मिला है।
स्थानीय लोगों का कहना है, सड़क पर स्ट्रीट लाइट नहीं होने और तेज रफ्तार वाहनों के कारण यह मार्ग दुर्घटनाओं का गढ़ बन चुका है।
दूसरा हादसा: अंबिकापुर-दरिमा मार्ग पर दो बाइकों की जबरदस्त भिड़ंत : दूसरा हादसा अंबिकापुर-दरिमा मुख्य मार्ग पर खर्रा नदी के पुल के पास हुआ। शाम करीब 7:15 बजे दो तेज रफ्तार बाइकें आमने-सामने टकरा गईं। भिड़ंत इतनी जोरदार थी कि चारों सवार सड़क पर जा गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए।
सूचना पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल, अंबिकापुर में भर्ती कराया।
चारों युवक 18 से 22 वर्ष के हैं और किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था। दो युवकों की हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों ने बताया, दरिमा मार्ग पर अक्सर बाइक सवार तेज रफ्तार में स्टंट करते नजर आते हैं, जिससे हादसों का खतरा हमेशा बना रहता है।
🩸 सड़क सुरक्षा पर फिर सवाल : दोनों हादसों ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सरगुजा में सड़क सुरक्षा कानूनों का पालन आखिर क्यों नहीं हो पा रहा है? हेलमेट जैसे बुनियादी सुरक्षा उपायों की अनदेखी अब जानलेवा साबित हो रही है। पुलिस की सख्ती के बावजूद ग्रामीण और शहरी इलाकों में हेलमेट संस्कृति अब भी गायब है।
पुलिस का बयान : उदयपुर और दरिमा थाना पुलिस का कहना है कि दोनों ही मामलों में प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच जारी है।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि बाइक चलाते समय हेलमेट अवश्य पहनें और तेज रफ्तार से बचें, क्योंकि एक पल की लापरवाही जिंदगी भर का पछतावा बन सकती है।
सरगुजा में 5 नवंबर की शाम दो हादसों ने यह साबित कर दिया कि सड़क पर जरा सी लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है।
एक ने अपनी जिंदगी खो दी, चार अस्पताल के बिस्तर पर जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं — और सबका कारण एक ही है: हेलमेट की अनदेखी।




