मुलाकात के बहाने बुलाया, दुष्कर्म कर पुल से नीचे फेंका – सरगुजा में हैवान बॉयफ्रेंड गिरफ्तार…

सरगुजा। प्रेम और भरोसे के रिश्ते को कलंकित करने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र में एक युवक ने अपनी प्रेमिका को मिलने के बहाने बुलाया, उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसे पुल से नीचे फेंककर फरार हो गया। गंभीर रूप से घायल युवती के होश में आने पर घटना का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रेमिका को फोन कर बुलाया, सुनसान जगह ले गया : जानकारी के अनुसार, हर्राटिकरा निवासी इंदल सिंह किंडो (23) ने अपनी प्रेमिका (23) को 30 अक्टूबर की दोपहर फोन कर मिलने के लिए बुलाया। युवती उस पर भरोसा कर मिलने पहुंची। आरोपी उसे बाइक पर बैठाकर घुमाने निकला। शाम होते-होते वह सुनसान इलाके में रुका और युवती से शारीरिक संबंध बनाने की बात कही।
इनकार पर बरपा दरिंदगी का कहर : युवती ने जब साफ इंकार किया, तो इंदल सिंह किंडो बौखला गया। उसने पहले युवती से मारपीट की, फिर धमकाकर उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। हैवानियत की हद पार करते हुए आरोपी ने घटना के बाद युवती को गोद में उठाया और कुछ दूरी पर स्थित नदी के पुल से नीचे फेंक दिया।
घायल होकर बेहोश हुई युवती, होश आने पर दी सूचना : पुल से नीचे गिरने के बाद युवती गंभीर रूप से घायल हो गई और बेहोश हो गई। कुछ घंटे बाद जब उसे होश आया, तो उसने किसी तरह परिजनों को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी। परिजन मौके पर पहुंचे और घायल युवती को तत्काल अस्पताल ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
एफआईआर दर्ज, आरोपी सलाखों के पीछे : घटना के बाद युवती परिजनों के साथ सीतापुर थाने पहुंची और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी सी.आर. चंद्रा ने बताया कि आरोपी इंदल सिंह गोंड़ के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट और हत्या के प्रयास सहित संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी को 31 अक्टूबर को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। जांच जारी है।
प्यार की आड़ में अपराध – समाज के सामने सख्त सवाल : यह घटना एक बार फिर समाज के सामने सवाल खड़ा करती है – जब रिश्तों में भरोसा और सुरक्षा ही खतरे में पड़ जाए, तब महिलाओं की गरिमा और सम्मान की रक्षा किस तरह सुनिश्चित की जाएगी? ऐसे मामलों में त्वरित न्याय और कठोर सजा ही समाज को संदेश दे सकती है कि महिला विरोधी अपराध किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।




