राज्य के गौरवशाली 25 वर्ष – रायगढ़ में तीन दिवसीय राज्योत्सव की भव्य तैयारी शुरू ; शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम बनेगा आकर्षण का केंद्र, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने विभागों को सौंपे जिम्मे…

रायगढ़। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस इस बार विशेष महत्व रखता है- क्योंकि राज्य अपनी गौरवशाली 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। शासन के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश की तरह रायगढ़ जिले में भी 2 से 4 नवम्बर तक तीन दिवसीय राज्योत्सव 2025 का आयोजन धूमधाम से किया जाएगा। आयोजन का मुख्य स्थल होगा शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम, जहां राज्य की 25 वर्षों की उपलब्धियों और विकास यात्रा को केंद्र में रखकर भव्य प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी ने आयोजन को ऐतिहासिक और व्यवस्थित बनाने के लिए संबंधित विभागों को सटीक जिम्मेदारियाँ सौंपी हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राज्य की पहचान, संस्कृति और विकास के 25 वर्ष इस आयोजन में पूरी शान से झलकने चाहिए।
विभागवार जिम्मेदारी तय – किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं :
- पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और जिला व्यापार एवं उद्योग विभाग को 25 वर्षों की विकास यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी और स्टॉल व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है।
- वन विभाग को बांस-बल्ली एवं सजावट सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी, जबकि लोक निर्माण विभाग (PWD) को मंच, पंडाल और विद्युत व्यवस्था की जवाबदेही दी गई है।
- विद्युत विभाग और PWD मिलकर जनरेटर एवं प्रकाश व्यवस्था का संचालन करेंगे।
- जिला सेनानी (फायर ब्रिगेड) को अग्निशमन और सुरक्षा प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है।
- जिला शिक्षा अधिकारी एवं महिला एवं बाल विकास विभाग को स्थानीय कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के चयन और समन्वय का कार्य सौंपा गया है।
- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) को स्थल पर चिकित्सक दल, एम्बुलेंस, ओआरएस और प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।
- राजस्व विभाग को सभा स्थल, मंच और बैठक व्यवस्था का दायित्व दिया गया है।
कलेक्टर चतुर्वेदी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक व्यवस्था समयसीमा में पूर्ण की जाए और आम नागरिकों की सहभागिता बढ़ाने के लिए विशेष रूप से जनसंपर्क विभाग के माध्यम से प्रचार-प्रसार पर जोर दिया जाए।
संस्कृति, कला और विकास का संगम बनेगा राज्योत्सव : रायगढ़ का यह राज्योत्सव न केवल प्रशासनिक दृष्टि से भव्य होने जा रहा है, बल्कि यह राज्य की संस्कृति, परंपरा, विकास और गौरव का जीवंत प्रतीक बनेगा। स्थानीय कलाकारों, महिला समूहों, स्व-सहायता संगठनों और स्कूली विद्यार्थियों की भागीदारी से यह आयोजन एक जनोत्सव का रूप लेगा।
कलेक्टर ने कहा,
“राज्योत्सव केवल उत्सव नहीं, बल्कि यह हमारे आत्मगौरव और एकता का प्रतीक है। रायगढ़ को इस अवसर पर राज्य की विकासगाथा का प्रतिबिंब बनाना है।”




