दिव्यानी प्रापर्टी लिमिटेड के फरार डायरेक्टर की गिरफ्तारी से पर्दा उठा, छत्तीसगढ़ पुलिस ने दिखाया कमाल

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद पुलिस ने लंबे समय से फरार दिव्यानी प्रापर्टी लिमिटेड कंपनी के एक आरोपी डायरेक्टर को गिरफ्तार कर बड़ा सफलता हासिल की है। आरोप है कि इस चिटफंड कंपनी के माध्यम से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की गई है। 2015 से फरार चल रहे आरोपी राजेश कुमार यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। बालोद सहित दुर्ग, रायपुर, धमतरी, कोरबा और जांजगीर-चांपा जिलों में इस कंपनी के खिलाफ कई अपराध दर्ज हैं।
मामले की शुरुआत तब हुई जब निवेशकों ने थाना बालोद में शिकायत दर्ज कराई कि दिव्यानी प्रापर्टी लिमिटेड कंपनी ने लुभावनी स्कीम और अधिक ब्याज का वादा करके करोड़ों रुपए जमा किए, मगर तय अवधि में रिटर्न नहीं दिया। इसके बाद कंपनी ने निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए शाखाएं बंद कर भाग गए। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा, चिटफंड पाबंदी अधिनियम व संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किए गए हैं। पहले ही कंपनी के 9 डायरेक्टर गिरफ्तार हो चुके हैं।

पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज राम गोपाल गर्ग के निर्देशन पर पुलिस अधीक्षक बालोद योगेश पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बालोद देवांश सिंह राठौर के द्वारा के नेतृत्व में विशेष टीमों ने आरोपी की खोज शुरू की। साइबर तकनीक और विशेष गुप्तचर टीमों की मदद से आरोपी राजेश कुमार यादव, जो उत्तर प्रदेश के औरैया जिले का निवासी है, की लोकेशन पकड़ने में सफलता मिली। आरोपी ने बताया कि उसने वर्ष 2013 में ग्वालियर में दिव्यानी प्रापर्टी लिमिटेड के डायरेक्टर विपिन सिंह से संपर्क किया था और 2015 में डायरेक्टर बनाया गया।
राजेश कुमार यादव ने स्वीकार किया कि कंपनी ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में लोगों को आसान किश्तों में निवेश कराते हुए तय समय पर रकम वापस नहीं की। ये धोखाधड़ी का केस थाना बालोद में भी दर्ज है। आरोपी पर 420, 467, 468, 471, 406, 34 भारतीय दंड संहिता और चिटफंड पाबंदी अधिनियम, धनशोधन संबंधी कानून के तहत multiple अपराध दर्ज हैं।
पुलिस ने आरोपियों के धरपकड़ के लिए मध्यप्रदेश के भिण्ड, मुरैना, ग्वालियर में भी छापेमारी की थी। हालांकि शुरुआत में आरोपी पकड़ नहीं आया था, पर संगठित प्रयासों से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस बड़ी सफलता से निवेशकों को न्याय और भविष्य में ऐसा घोटाला रूकने की उम्मीद बंधी है।
29 सितंबर 2025 को आरोपी को अदालत में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। बालोद पुलिस ने निवेशकों से अपील की है कि वे ऐसे संदिग्ध स्कीमों से सावधान रहें।
संक्षेप में:
- दिव्यानी प्रापर्टी लिमिटेड की चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर राजेश कुमार यादव की बालोद पुलिस ने 10 वर्ष बाद गिरफ्तारी की।
- कंपनी ने करोड़ों की धोखाधड़ी की, निवेशकों से रकम न लौटाने पर केस दर्ज हुए।
- 09 अन्य डायरेक्टर पहले पकड़े जा चुके हैं।
- पुलिस ने साइबर और विशेष टीम बनाकर आरोपी की पकड़ सुनिश्चित की।
- आरोपी न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है, मामले की जांच जारी।
इस कार्यवाही से छत्तीसगढ़ समेत अन्य प्रभावित राज्यों के निवेशकों को बड़ी राहत मिली है।




