अंबिकापुर

सरगुजा में धान माफियाओं पर प्रशासन का ‘चाबुक’ : 1335 क्विंटल अवैध धान जब्त, 32 लाख का माल सीज; ट्रेडिंग कंपनियों में मचा हड़कंप…

अंबिकापुर। सरगुजा में अवैध धान के परिवहन और भंडारण के खिलाफ जिला प्रशासन ने ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपना ली है। कलेक्टर विलास भोसकर के कड़े निर्देशों के बाद प्रशासनिक अमले ने जिले भर में ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। धान खरीदी का सीजन शुरू होते ही बिचौलियों और कोचियों पर नकेल कसते हुए प्रशासन ने अब तक 1335 क्विंटल अवैध धान जब्त किया है, जिसकी बाज़ार में अनुमानित कीमत 32 लाख रुपये बताई जा रही है।

मैनपाट में दबिश: 52 क्विंटल धान पकड़ाया : मंगलवार को प्रशासन की टीम ने मैनपाट ब्लॉक में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। मुखबिर की सूचना पर सपनादर निवासी गुलाब यादव के घर से 70 बोरी और कमलेश्वरपुर के श्याम यादव के घर से 60 बोरी अवैध धान बरामद किया गया। कुल 52 क्विंटल धान को जब्त कर मंडी अधिनियम के तहत तत्काल कार्रवाई की गई है।

शहर के बड़े व्यापारी भी नपे, गोदामों में सन्नाटा : प्रशासन की यह कार्रवाई केवल ग्रामीण इलाकों तक सीमित नहीं है, बल्कि शहर के बड़े ट्रेडिंग सेंटरों पर भी छापा मारा गया है। अवैध धान खपाने की फिराक में बैठे व्यापारियों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए टीम ने भारी मात्रा में धान जब्त किया है:

  • बंसल ट्रेडर्स, अंबिकापुर (शशिकांत अग्रवाल): सर्वाधिक 1210 बोरी धान जब्त।
  • कृष्णा ट्रेडिंग, अंबिकापुर (दीपक अग्रवाल): 625 बोरी धान जब्त।
  • जे.के. ट्रेडिंग, श्रीगढ़ (जनम कुमार अग्रवाल): 502 बोरी धान जब्त।
  • खरसिया नाका (मुकेश व सुभाष गुप्ता): 300 बोरी।
  • महामाया ट्रेडिंग (राजेश कुमार अग्रवाल): 200 बोरी।
  • आदर्श ट्रेडिंग, श्रीगढ़ (अजय अग्रवाल): 180 बोरी।
  • श्री साई ट्रेडिंग, कांतीप्रकाशपुर (संजय अग्रवाल): 100 बोरी।

​इसके अलावा सीतापुर के ग्राम बेलगांव और उदयपुर के अनिल ट्रेडर्स (ग्राम सलका) से भी 60-60 बोरी धान जब्त किया गया है।

चेक पोस्टों पर पैनी नज़र, मंडी एक्ट में केस दर्ज : प्रशासन ने साफ़ कर दिया है कि दूसरे राज्यों या जिलों से अवैध धान का परिवहन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए जिले के सरहदी इलाकों में चेक पोस्ट बनाकर 24 घंटे निगरानी की जा रही है। जब्त किए गए सभी मामलों में छत्तीसगढ़ कृषि उपज मंडी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। प्रशासन की इस सख्ती से धान माफियाओं में खलबली मच गई है।

Admin : RM24

Investigative Journalist & RTI Activist

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