रायगढ़

रायगढ़ : तमनार पुलिस की अनूठी पहल, कानून व्यवस्था के ‘प्रहरियों’ का हुआ सम्मान; डीएसपी ने सरपंच और कोटवारों की थपथपाई पीठ…

◆ सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा: शांति व्यवस्था में सहयोग देने वाले जनप्रतिनिधियों का शॉल और प्रशस्ति पत्र देकर अभिनंदन…

रायगढ़। पुलिस और जनता के बीच की दूरी को कम करने और सामुदायिक पुलिसिंग (Community Policing) को नई ऊंचाइयां देने की दिशा में रायगढ़ पुलिस ने एक सराहनीय कदम उठाया है। तमनार थाना परिसर में रविवार को एक विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जहाँ क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने में ‘मददगार’ की भूमिका निभाने वाले सरपंचों और ग्राम कोटवारों को सम्मानित किया गया।

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हुई पहल : रायगढ़ पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन, एडिशनल एसपी श्री आकाश मरकाम और डीएसपी (साइबर सेल) श्री अनिल विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में तमनार पुलिस ने इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की। थाना प्रभारी निरीक्षक कमला पुसाम ठाकुर ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्राम रक्षा समिति के प्रमुख अंगों—सरपंच, पंच और कोटवारों की बैठक आयोजित कर उनके योगदान को रेखांकित किया।

डीएसपी ने बताया ‘गाँव का असली रक्षक’ : कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित डीएसपी श्री अनिल विश्वकर्मा ने जनप्रतिनिधियों और कोटवारों से सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि ग्राम कोटवार और सरपंच पुलिस प्रशासन की ‘आंख और कान’ हैं। गांवों में कानून व्यवस्था बनाए रखने, सामाजिक सौहार्द और अपराध नियंत्रण में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कोटवारों को अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहने और प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए प्रेरित किया।

इनका हुआ विशेष सम्मान : इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले और पुलिस का सहयोग करने वाले जनप्रतिनिधियों को शॉल और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में प्रमुख रूप से शामिल हैं:

  • सरपंचगण: महलोई सरपंच गौरी राठिया, समकेरा सरपंच कुंती सिदार, बिजना सरपंच सरस्वती किसान और धौंराभांठा सरपंच सुकांति सिदार।
  • कोटवार व अन्य: ग्राम कोटवार चैतराम चौहान (नवापारा), राज सिंह चौहान (सिलिहारी), गोपाल कुमार चौहान (खम्हरिया), सी.वी. सिंह चौहान (समकेरा), श्यामलाल कसडोल (अध्यक्ष) एवं सत्यनारायण बुढ़िया।

बढ़ेगा आपसी विश्वास : तमनार पुलिस की इस पहल की पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है। इस सम्मान समारोह ने न केवल जनप्रतिनिधियों का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि पुलिस और जनता के बीच आपसी विश्वास की नींव को और मजबूत किया है। इससे भविष्य में क्षेत्र में सुरक्षा और सहभागिता आधारित पुलिसिंग को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है।

Ambika Sao

सह-संपादक : छत्तीसगढ़

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