धान खरीदी में ‘जीरो टॉलरेंस’ : लोईंग में 42 क्विंटल अमानक धान रिजेक्ट, अधिकारियों से अभद्रता करने वाले पर प्रशासन ने कसा शिकंजा…

रायगढ़। जिला प्रशासन ने धान खरीदी महाअभियान में पारदर्शिता को लेकर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। इसका ताजा उदाहरण बुधवार को लोईंग उपार्जन केंद्र में देखने को मिला, जहां अमानक धान खपाने की कोशिश और अधिकारियों पर दबाव बनाने की रणनीति को प्रशासन ने पूरी तरह विफल कर दिया।
घटनाक्रम : लोईंग उपार्जन केंद्र में ग्राम महापल्ली के किसान राजेन्द्र कुमार अग्रवाल द्वारा लाए गए 42 क्विंटल धान को गुणवत्ता परीक्षण में फेल कर दिया गया। जब समिति ने धान वापस ले जाने को कहा, तो स्थानीय व्यक्ति मनोज प्रधान ने शासकीय कार्य में हस्तक्षेप करते हुए विवाद शुरू कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की और आरोपी मनोज प्रधान के विरुद्ध बी.एन.एस.एस. के प्रावधानों के तहत प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करते हुए बांड भरवाया।
प्रशासन का सन्देश : इस कार्रवाई के जरिए जिला प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि उपार्जन केंद्रों पर केवल किसानों का हक है, बिचौलियों या असमाजिक तत्वों का नहीं। अमानक धान किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं होगा और प्रक्रिया में बाधा डालने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।




