नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी – चक्रधरनगर पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, आठ पर धोखाधड़ी का केस दर्ज…

रायगढ़, 26 अक्टूबर 2025। रायगढ़ में नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देशन और नगर पुलिस अधीक्षक श्री मयंक मिश्रा के मार्गदर्शन में चक्रधरनगर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि इस प्रकरण में कुल आठ आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी :
- उत्तरा सिदार, पिता बंशीलाल सिदार, उम्र 50 वर्ष, निवासी कांटाहरदी, थाना कोतरारोड, जिला रायगढ़
- संजू यादव, पिता संदेश यादव, उम्र 27 वर्ष, निवासी छोटे अतरमुड़ा, जिला पंचायत के पीछे, रायगढ़
दोनों आरोपियों को पुलिस ने अपराध क्रमांक 475/2025 धारा 420, 468, 34 आईपीसी के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
ऐसे हुआ खुलासा : 25 अक्टूबर 2025 को छोटे अतरमुड़ा निवासी अलेन किड़ो (उम्र 60 वर्ष) ने थाना चक्रधरनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके भतीजे राहुल किड़ो को छत्तीसगढ़ पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी दिलाने का झांसा देकर कुछ लोगों ने लाखों रुपये की ठगी की है।
शिकायत के अनुसार –
- आरोपी उत्तरा सिदार ने सबसे पहले ₹50,000 की मांग की, जिसमें ₹30,000 दिए गए।
- इसके बाद संजू यादव ने ₹20,000 लिए और बताया कि यह राशि रायपुर निवासी विकास सिदार को दी जाएगी, जो नौकरी लगवाने में मदद करेगा।
- इसके बाद अलेन किड़ो ने विकास सिदार को भी पैसे दिए।
- इसी क्रम में अमन यादव, सेवक चौहान, मूलचंद कावर, एस.के. सिंह और गुप्ता नामक व्यक्तियों को भी अलग-अलग खातों में रकम भेजी गई।
कुल मिलाकर ₹11 लाख 30 हजार रुपये नौकरी दिलाने के नाम पर वसूले गए। जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि आरोपियों ने पीड़ित को फर्जी दस्तावेज और नियुक्ति पत्र दिखाकर विश्वास में लिया था।
पुलिस की कार्रवाई : चक्रधरनगर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दोनों मुख्य आरोपियों उत्तरा सिदार और संजू यादव को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, शेष छह फरार आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस टीम आरोपियों के बैंक खातों और मोबाइल रिकॉर्ड की जांच में जुटी हुई है, जिससे ठगी के पूरे नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना है।
पुलिस की अपील : पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति के झांसे में आकर नौकरी के लिए पैसों का लेन-देन न करें। सभी भर्तियां केवल सरकारी प्रक्रिया के माध्यम से ही होती हैं। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति द्वारा नौकरी या पद दिलाने के नाम पर पैसा मांगने पर तत्काल नजदीकी थाने में सूचना दें।




