नई दिल्ली में शुरू हुआ ‘छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट–2025’ ; मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उद्योग जगत के दिग्गजों से की सीधी बातचीत…

रायपुर/नई दिल्ली, 25 नवंबर 2025। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित बहुप्रतीक्षित ‘छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट–2025’ का शुभारंभ आज नई दिल्ली में हो गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में हुई, जिन्होंने उद्घाटन सत्र के तुरंत बाद विभिन्न सेक्टरों के शीर्ष उद्योगपतियों और कॉर्पोरेट प्रतिनिधियों से मुलाक़ात का सिलसिला शुरू किया।

निवेशकों के सामने छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति का प्रेज़ेंटेशन : सम्मेलन में स्टील उद्योग, खनन, पर्यटन, आईटी/आईटीईएस, कृषि–प्रसंस्करण और ऊर्जा सहित कई प्रमुख क्षेत्रों के राष्ट्रीय स्तर के निवेशक शामिल हुए। अधिकारियों ने निवेशकों को राज्य की नई औद्योगिक नीति, उभरते औद्योगिक कॉरिडोर, तथा लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य –
- देशभर के निवेशकों के समक्ष निवेश–अनुकूल वातावरण को प्रदर्शित करना
- नई नीति के तहत दी जा रहीं रियायतों, प्रोत्साहनों और सिंगल–विंडो सिस्टम को समझाना
- छत्तीसगढ़ को पूर्वी भारत के सबसे तेज़ी से उभरते औद्योगिक गंतव्य के रूप में पेश करना
मुख्यमंत्री ने किया सीधा संवाद : मुख्यमंत्री साय ने विभिन्न उद्योग समूहों से व्यक्तिगत मुलाक़ात कर उन्हें राज्य की संभावनाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में-
- स्थिर एवं पारदर्शी शासन
- उद्योग स्थापना के लिए सरल, समयबद्ध प्रक्रियाएँ
- लगातार विकसित हो रहा सड़क, रेल और ऊर्जा इन्फ्रास्ट्रक्चर
- निवेशकों के लिए दीर्घकालिक सुरक्षा और नीति–स्थिरता
जैसी विशेषताएँ इसे देश के सर्वाधिक अनुकूल राज्यों में शामिल करती हैं।
साय ने निवेशकों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार तेज़ और परिणाम–उन्मुख प्रशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि निवेश आने से रोज़गार, स्थानीय अर्थव्यवस्था, और राजस्व वृद्धि को नई दिशा मिलेगी।
स्टील और पर्यटन सेक्टर पर विशेष फोकस : क्योंकि छत्तीसगढ़ पहले से ही देश के प्रमुख स्टील उत्पादक राज्यों में है, इसलिए सम्मेलन में इस क्षेत्र की कंपनियों ने गहरी रुचि दिखाई। पर्यटन के क्षेत्र में भी सरकार ‘छत्तीसगढ़ डेस्टिनेशन 2030’ विजन के तहत बड़े निजी निवेश आकर्षित करने पर काम कर रही है।
एमओयू साइनिंग की संभावना : अधिकारियों के अनुसार सम्मेलन के दौरान कई कंपनियाँ प्रदेश में नए प्लांट, डेटा सेंटर, होटल–रिज़ॉर्ट, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और लॉजिस्टिक्स पार्क स्थापित करने में रुचि दिखा रही हैं। संभावना है कि दिन के दूसरे सत्र में कई महत्वपूर्ण एमओयू साइन किए जाएँगे।
राज्य सरकार का दावा – निवेशकों के लिए भरोसेमंद गंतव्य : उद्योग विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में-
- प्रति यूनिट सस्ती विद्युत
- औद्योगिक भूमि की आसान उपलब्धता
- कुशल एवं स्थानीय मानव संसाधन
- और उद्योग मित्र नीतियाँ
निवेशकों को दीर्घकालिक स्थिरता का भरोसा देती हैं।




