धान खरीदी से पहले बड़ा खुलासा : धरमजयगढ़ में 1200 बोरी अवैध धान जब्त, कपिल यादव के घर से मिला पूरा जखीरा…

रायगढ़। जिले में धान खरीदी की तैयारी भले ही शुरू न हुई हो, लेकिन अवैध धान कारोबारियों ने पहले ही अपना जाल बिछा लिया है। इसी बीच धरमजयगढ़ क्षेत्र से बड़ी कार्रवाई सामने आई है। राजस्व और मंडी विभाग की संयुक्त टीम ने ग्राम उदउदा में छापेमारी कर एक घर से 1200 बोरी अवैध धान जब्त किया है।
सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी के मुताबिक, कपिल यादव नामक व्यक्ति ने भारी मात्रा में धान का भंडारण कर रखा था। जैसे ही सूचना राजस्व व मंडी विभाग तक पहुंची, एसडीएम प्रवीण कुमार, तहसीलदार हितेश कुमार साहू और मंडी अमले की टीम ने मौके पर दबिश दी।

छापेमारी के दौरान जब टीम ने कपिल यादव के घर की तलाशी ली तो वहां बोरी-दर-बोरी धान का अंबार लगा मिला। पूछताछ में आरोपी कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सका। लगातार सवालों के बीच उसने बयान बदलने की कोशिश की, लेकिन टीम ने सख्ती बरती और पूरा स्टॉक जप्त कर लिया।
धान उपसरपंच की सुपुर्दगी में : कार्रवाई के बाद प्रशासन ने जब्त किए गए 1200 बोरी धान को सुरक्षित रखने के लिए ग्राम उपसरपंच महेंद्र यादव की सुपुर्दगी में दिया है। अधिकारी फिलहाल इस बात की जांच कर रहे हैं कि धान स्थानीय किसानों का है या फिर प्रदेश की सीमा पार से अवैध रूप से लाया गया है।
लगातार सक्रिय हो रहा अवैध धान नेटवर्क : गौरतलब है कि यह पहली घटना नहीं है। 27 अक्टूबर को खरसिया के बानीपाथर ओवरब्रिज पर भी एक ट्रेलर वाहन से 600 से अधिक बोरी अवैध धान पकड़ा गया था। राजस्व अमले को स्थानीय ग्रामीणों ने इसकी सूचना दी थी। वाहन चालक और साथ बैठे लोग दस्तावेज नहीं दिखा सके और गोलमोल जवाब देते रहे। इसके बाद वाहन को थाना खरसिया में जब्त कर दिया गया था।
धान खरीदी सीजन से पहले ही अवैध व्यापार चरम पर : धान खरीदी की आधिकारिक शुरुआत से पहले ही जिले में इस तरह के अवैध भंडारण और परिवहन के मामले उजागर होना इस बात का संकेत है कि फर्जी किसानों और धान माफियाओं का नेटवर्क फिर से सक्रिय हो चुका है। प्रशासन के लिए यह चुनौती है कि खरीदी सीजन के दौरान इस तरह की हेराफेरी को रोका जाए।
धरमजयगढ़ एसडीएम प्रवीण कुमार ने कहा कि –
“किसी भी हालत में अवैध धान का भंडारण या परिवहन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई होगी।”
पड़ताल जारी : इस कार्रवाई के बाद अब राजस्व व मंडी विभाग यह जांच कर रहे हैं कि जब्त धान किन स्रोतों से लाया गया था और इसका असली मालिक कौन है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, जांच का दायरा और भी बढ़ सकता है, क्योंकि यह मामला बड़े अवैध कारोबार नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है।




