रायगढ़ में ‘अग्निवीर’ प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ – एसपी दिव्यांग पटेल ने बढ़ाया युवाओं का हौसला…

“सेना में चयन गर्व की बात, लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखें” – एसपी दिव्यांग पटेल…
रायगढ़, 28 अक्टूबर। देशसेवा के जज़्बे और अनुशासन की प्रेरणा के साथ रायगढ़ जिले में आज से “अग्निवीर” योजना के तहत विशेष प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत हुई। जिला प्रशासन एवं जिला पुलिस द्वारा माननीय वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी के मार्गदर्शन में उर्दना पुलिस लाइन में आयोजित इस शिविर का विधिवत शुभारंभ पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल ने किया।
शुभारंभ अवसर पर एसपी श्री पटेल ने उपस्थित अभ्यर्थियों से आत्मीय संवाद करते हुए उनके मनोबल को ऊंचा किया। उन्होंने कहा –
“भारतीय सेना में चयन किसी भी युवक के जीवन का गौरवपूर्ण क्षण होता है। यह केवल नौकरी नहीं, बल्कि अनुशासन, समर्पण और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है। लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखें और पूरे समर्पण से प्रशिक्षण प्राप्त करें।”
एसपी पटेल ने बताया कि पिछले वर्ष इस शिविर से 50 से अधिक युवाओं ने प्रशिक्षण लिया था, जिनमें से 15 का चयन भारतीय सेना में हुआ था। इस बार और अधिक अभ्यर्थी सफलता प्राप्त करें, यही हमारी कामना है।
उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि जो भी अभ्यर्थी “अग्निवीर” लिखित परीक्षा में सफल हुए हैं, उन्हें भी इस शिविर में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभागियों के लिए आवास, भोजन एवं अभ्यास की सभी सुविधाएँ जिला पुलिस द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि वे निश्चिंत होकर अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
शिविर के शुभारंभ पर डीएसपी साइबर सेल श्री अनिल विश्वकर्मा के साथ एसपी दिव्यांग पटेल ने अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण किट (ट्रैक सूट, जूते और अन्य आवश्यक सामग्री) वितरित की।
यह 45 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में फिलहाल 45 अभ्यर्थी शामिल हुए हैं, जिन्हें रक्षित निरीक्षक श्री अमित सिंह, लाइन अधिकारी मनीराम सोनवानी, प्लाटून कमांडर उज्याला सिन्हा, प्रधान आरक्षक बसंत पाण्डेय और सैनिक दुर्गा लकड़ा द्वारा शारीरिक, मोटिवेशनल और अनुशासनात्मक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
शिविर के दौरान प्रतिदिन फिटनेस ड्रिल, दौड़, बाधा पार अभ्यास, अनुशासन सत्र और प्रेरणात्मक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया के प्रत्येक चरण में आत्मविश्वास और दृढ़ता के साथ सफलता हासिल कर सकें।
यह पहल न केवल युवाओं को सेना में चयन के लिए तैयार कर रही है, बल्कि उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में अनुशासन, आत्मविश्वास और राष्ट्रप्रेम के साथ आगे बढ़ने की दिशा भी दिखा रही है।




