
रायगढ़, 3 अक्टूबर। तमनार थाना क्षेत्र के खुदरीखार ब्रिक्स प्लांट के पास मिला संदिग्ध शव अब रहस्य नहीं रहा। पुलिस की त्वरित कार्रवाई, एफएसएल और डॉग स्क्वॉड की सूझबूझ ने 24 घंटे के भीतर हत्या का राज खोल दिया। आरोपी की पहचान दशरथ राठिया (47) निवासी खुदरीखार, तमनार के रूप में हुई है, जिसे गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया गया है।
शव के पास गमछा, चेहरे से बह रहा था खून : 1 अक्टूबर की सुबह कुंजेमुरा निवासी सुखमन निषाद (47) रोज की तरह मवेशी चराने निकला, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटा। गांववालों की तलाश में वह दशरथ राठिया के घर के पीछे महुआ पेड़ के नीचे मृत मिला। नाक–मुंह से खून बह रहा था और गले में कसकर बंधा गमछा साफ बता रहा था कि मामला सामान्य नहीं है।
एफएसएल व डॉग स्क्वॉड ने दिलाई दिशा : शव मिलने की सूचना पर तमनार पुलिस, एफएसएल टीम और डॉग स्क्वॉड मौके पर पहुंचे। पुलिस डॉग ने सीधे संदेही दशरथ राठिया की ओर इशारा किया। मृतक का भाई शिवचरण निषाद ने हत्या की आशंका जताते हुए 2 अक्टूबर को थाना तमनार में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल मर्ग कायम कर जांच तेज कर दी।
नशापान और खेती की साझेदारी बनी विवाद का कारण : जांच में सामने आया कि सुखमन निषाद और दशरथ राठिया परिचित थे। दोनों अक्सर साथ में नशापान करते और सब्जी की खेती में साझेदार थे। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि आपसी विवाद के चलते उसने गमछा लपेटकर सुखमन का गला घोंट दिया।
बीएनएस की धारा 103(1) के तहत केस दर्ज : आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 226/2025 धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया।
पुलिस टीम की तत्परता ने दिलाई सफलता : हत्या के राजफाश में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देशन, साइबर सेल डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के मार्गदर्शन और थाना प्रभारी कमला पुसाम ठाकुर की सक्रियता निर्णायक रही। टीम में प्रधान आरक्षक हेम प्रकाश सोन, बनारसी सिदार, आरक्षक पुष्पेंद्र सिदार, अमरदीप एक्का, शशि भूषण उरांव, डोल नारायण सिदार और संजय नेताम की भूमिका अहम रही।




