मुक्तिधाम तक मार्ग विहीनता पर हिंद सेना ने जताया आक्रोश, नगर पालिका को सौंपा ज्ञापन

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। शहर के आमापारा वार्ड स्थित मुक्तिधाम तक पहुंचने के लिए रास्ता नहीं होने की समस्या को लेकर हिंद सेना के प्रदेश संयोजक तरुण नाथ योगी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर पालिका बालोद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने नगर प्रशासन को अवगत कराया कि मुक्तिधाम तक जाने वाला कोई समुचित मार्ग नहीं है, जिसके कारण अंतिम संस्कार के लिए शव को ले जाने में स्थानीय नागरिकों को अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि आमापारा क्षेत्र में यह समस्या वर्षों से बनी हुई है। इस वार्ड में अब तक जितने भी जनप्रतिनिधि चुने गए हैं, उन्होंने केवल रास्ता बनाने का वादा किया लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं हुआ। वर्तमान में श्मशान तक शव ले जाना अत्यंत दुष्कर हो गया है, जो एक संवेदनशील और मानवीय दृष्टिकोण से गंभीर विषय है।
मां कामधेनु के बालोद जिला अध्यक्ष दिग्विजय सिंह क्षत्रिय ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “बालोद शहर के आमापारा मुक्तिधाम तक सड़क का खराब होना गंभीर समस्या है। यह न केवल अंतिम संस्कार हेतु शवों को पहुंचाने में बाधा डाल रहा है, बल्कि सामाजिक एवं मानवीय संवेदनाओं का भी ह्रास कर रहा है। नगर पालिका को नागरिकों की इस मांग को तत्काल प्राथमिकता देकर निराकरण करना होगा।”
हिंद सेना ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही श्मशान मार्ग का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया गया, तो आमापारा वार्डवासी और हिंद सेना मिलकर नगर पालिका परिषद का घेराव करेंगे। ज्ञापन में यह मांग की गई कि प्रशासन इस समस्या का तत्काल संज्ञान ले और कार्यवाही सुनिश्चित करे।
छत्तीसगढ़ नगर पालिका अधिनियम, 1961 की धारा 123 (1) के अंतर्गत नगर पालिका का यह दायित्व है कि वह श्मशान, कब्रिस्तान तथा अंतिम संस्कार स्थलों तक पहुंच मार्ग बनाए रखे और उनकी समुचित व्यवस्था करे। यदि किसी शासकीय भूमि पर सार्वजनिक उपयोग हेतु मार्ग की आवश्यकता है, तो पालिका उसे विकसित करने के लिए बाध्यकारी है। जनहित को दृष्टिगत रखते हुए यह कार्य प्राथमिकता में रखा जाना चाहिए। बालोद नगरवासियों की यह मांग पूर्णतः न्यायोचित है और प्रशासन से अपेक्षा है कि वह शीघ्र निर्णय ले।