
जशपुर, 30 अक्टूबर।हैप्पी भाटिया : गौ तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे जशपुर पुलिस के विशेष अभियान “ऑपरेशन शंखनाद” के तहत पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। चौकी मनोरा क्षेत्र में पुलिस ने तस्करों के चंगुल से 15 नग गौवंशों को सकुशल मुक्त कराया, जबकि मौके से दो आरोपी जंगल का फायदा उठाकर फरार हो गए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में जिलेभर में गौ तस्करी के खिलाफ निरंतर कार्रवाई जारी है। अब तक पुलिस सैकड़ों गौवंशों को तस्करों से छुड़ा चुकी है और 50 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा चुका है।
ऐसे हुआ खुलासा : दिनांक 28 अक्टूबर 2025 को चौकी मनोरा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि दो व्यक्ति ग्राम केसरा के जंगल से लावा नदी पुल के रास्ते 15 गौवंशों को पैदल हांककर झारखंड की ओर ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी उप निरीक्षक दिनेश पुरैना के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके के लिए रवाना हुई।
लावा नदी पुल के पास पुलिस ने संदिग्धों को गौवंशों को मारते-पीटते हुए तेजी से आगे बढ़ाते देखा। घेराबंदी की कोशिश करते ही तस्कर गौवंशों को छोड़कर जंगल की ओर भाग निकले। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सभी 15 गौवंशों को सकुशल बरामद कर पशु चिकित्सक से उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया।
कानूनी कार्रवाई : मामले में चौकी मनोरा में फरार आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम, 2004 की धारा 4, 6, 10 तथा पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा 11(1)(क)(घ) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई है। पुलिस फरार तस्करों की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका : गौवंशों की बरामदगी में चौकी प्रभारी उप निरीक्षक दिनेश पुरैना, सहायक उप निरीक्षक शांति प्रमोद टोप्पो, प्रधान आरक्षक प्रीतम टोप्पो, आरक्षक रोशन पैंकरा और जगजीवन यादव की सराहनीय भूमिका रही।
एसएसपी बोले – ऑपरेशन “शंखनाद” लगातार जारी रहेगा : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि “जशपुर पुलिस गौ तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है। ऑपरेशन शंखनाद के तहत पुलिस की कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। समाज में कानून और व्यवस्था बनाए रखना तथा गौवंशों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”




