अंबिकापुर

सरगुजा सुलग उठा : सीतापुर में शादी समारोह बना अखाड़ा, पुलिस के ‘पक्षपात’ पर उरांव समाज का हल्ला बोल!

आधी रात तक बंधक बना रहा नेशनल हाईवे, 5 किलोमीटर लंबा जाम; महिलाओं से बदसलूकी पर शहर में भारी तनाव

सरगुजा। शादी की शहनाइयां उस वक्त चीख-पुकार में बदल गईं, जब सीतापुर में दो समुदायों के बीच पुराना विवाद खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। मामला सिर्फ मारपीट तक सीमित नहीं रहा, बल्कि महिलाओं के साथ बदसलूकी और पुलिस की कथित ‘एकतरफा कार्रवाई’ ने आग में घी डालने का काम किया। आक्रोशित उरांव समाज ने थाने का घेराव कर नेशनल हाईवे जाम कर दिया, जिससे प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।

विवाद की जड़ : टेंट वाले और स्थानीय युवक में भिड़ंत – घटना की शुरुआत 29 नवंबर की रात हुई। उरांव पारा निवासी अमन खेस एक शादी समारोह में शामिल होने गया था। वहां टेंट का काम करने वाले निक्कू खान (निवासी काराबेल) और महेश दास के साथ उसकी कहासुनी हो गई। यह विवाद देखते ही देखते हिंसक मारपीट में बदल गया। आरोप है कि इसके बाद देर रात कुछ असामाजिक तत्वों ने उरांव पारा में घुसकर न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि महिलाओं के साथ घोर अभद्रता भी की।

खाकी पर सवाल : एक की सुनी, दूसरे को दुत्कार दिया? – मामले ने तूल तब पकड़ा जब दोनों पक्ष लहूलुहान हालत में थाने पहुंचे। आरोप है कि सीतापुर पुलिस ने निक्कू खान की शिकायत पर अमन खेस के खिलाफ तुरंत FIR दर्ज कर ली, लेकिन अमन खेस की शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया। पुलिस के इस ‘दोहरे रवैये’ ने उरांव समाज के सब्र का बांध तोड़ दिया।

सड़क पर संग्राम : आधी रात तक चला ‘हाईवोल्टेज ड्रामा’ – पुलिसिया रवैये से नाराज उरांव समाज के सैकड़ों लोग थाने के सामने जमा हो गए और नेशनल हाईवे पर ही धरने पर बैठ गए। रात 12 बजे तक सीतापुर की सड़कें जाम रहीं। हाईवे के दोनों ओर 5 किलोमीटर तक ट्रकों और भारी वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।

डैमेज कंट्रोल में जुटा प्रशासन : हालात बेकाबू होते देख प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। एसडीओपी (SDOP) राजेंद्र मंडावी ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की लाख कोशिशें कीं, लेकिन भीड़ ‘न्याय’ की मांग पर अड़ी रही। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए देर रात एडिशनल एसपी (ASP) अमोलक सिंह खुद मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दूसरे पक्ष की शिकायत पर भी एफआईआर दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी की जाएगी।

नगर बंद का अल्टीमेटम: सोशल मीडिया पर वार : विवाद अब सड़कों से निकलकर सोशल मीडिया तक पहुंच गया है। वॉट्सऐप ग्रुपों में उरांव पारा में घुसकर मारपीट और महिलाओं से बदसलूकी के विरोध में ‘सीतापुर बंद’ का आह्वान किया गया है। पुलिस ने चेतावनी जारी की है कि अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी, लेकिन इलाके में तनाव अब भी चरम पर है।

Admin : RM24

Investigative Journalist & RTI Activist

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