यमराज बनकर दौड़ी स्वराज माजदा : पिता को उछाला, बेटी को रौंदा; चकरभाठा में दिल दहला देने वाला हादसा…

बिलासपुर। शनिवार की शाम बिलासपुर-रायपुर नेशनल हाईवे पर चकरभाठा के पास रफ़्तार के जुनून ने एक हंसते-खेलते परिवार की खुशियाँ हमेशा के लिए छीन लीं। बिल्हा के बाजारपारा निवासी पिता-पुत्री, जो अपने घर से महज कुछ ही दूरी पर थे, एक तेज रफ़्तार स्वराज माजदा का शिकार बन गए। इस भीषण हादसे में 21 वर्षीय होनहार युवती कसक बग्गा की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि उसके पिता जगदीश बग्गा खून से लथपथ हालत में अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।
एलसीआईटी (LCIT) कॉलेज के पास खौफनाक मंज़र : घटना शाम करीब 4:15 बजे की है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जगदीश बग्गा अपनी बेटी कसक के साथ अपनी स्कूटी (क्रमांक CG 10 AS 2795) पर सवार होकर बिलासपुर से बिल्हा लौट रहे थे। वे परसदा स्थित LCIT कॉलेज (जिसे स्थानीय बोलचाल में फाल्सी कॉलेज भी कहा जाता है) के पास पहुंचे ही थे कि पीछे से यमराज बनकर आई एक तेज रफ़्तार स्वराज माजदा ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी।
दिल दहला देने वाली घटना : टक्कर इतनी ज़बरदस्त थी कि स्कूटी के परखच्चे उड़ गए। पिता जगदीश बग्गा छिटककर दूर जा गिरे, लेकिन बदकिस्मती से कसक सड़क के बीचो-बीच जा गिरी। इससे पहले कि वह संभल पाती, माजदा का पिछला पहिया उसके सिर को रौंदते हुए निकल गया। बेटी को अपनी आंखों के सामने दम तोड़ते देख पिता की चीखें वहां मौजूद लोगों का कलेजा चीर गईं।
ड्राइवर फरार, आक्रोश का माहौल : हादसे के बाद आरोपी माजदा चालक ने मानवता को शर्मसार करते हुए वाहन रोकने के बजाय उसकी रफ़्तार और बढ़ा दी और मौके से फरार हो गया। आस-पास के लोगों और राहगीरों ने तुरंत डॉयल 112 को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और गंभीर रूप से घायल पिता को सिम्स (CIMS) अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस की नाकेबंदी, तलाश जारी : चकरभाठा पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि उस ‘हत्यारी’ माजदा और उसके चालक का पता लगाया जा सके। इस घटना ने एक बार फिर हाईवे पर बेलगाम दौड़ती भारी वाहनों की हकीकत और यातायात पुलिस की सुस्त कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है।
एक कसक जो अब कभी नहीं मिटेगी : बिल्हा के बाजारपारा में जैसे ही कसक की मौत की खबर पहुंची, पूरे इलाके में मातम पसर गया। एक पिता जो अपनी बेटी को सुरक्षित घर लाने गया था, अब उसे उसकी अर्थी उठानी पड़ेगी – यह सोचकर हर आंख नम है।




