छत्तीसगढ़ में बढ़ा बवाल : ‘छत्तीसगढ़िया क्रांति’ के नाम पर समाजों की आस्था पर चोट, अमित बघेल के बयान से भड़का प्रदेश… FIR दर्ज…

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले एक दशक से “छत्तीसगढ़िया क्रांति” के नाम पर सक्रिय संगठन और उसके मुखिया अमित बघेल एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। समाज और धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणियों के बाद प्रदेशभर में भारी आक्रोश फैल गया है।
अमित बघेल के कथनों को लेकर सिन्धी, अग्रवाल सहित कई समाजों ने खुला विरोध शुरू कर दिया है, वहीं पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 299 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।
भगवानों और राष्ट्रनायकों पर टिप्पणी से भड़का समाज : सूत्रों के अनुसार, अमित बघेल ने सार्वजनिक मंच से महाराजा अग्रसेन, भगवान झूलेलाल और राष्ट्रपुरुषों पर अमर्यादित टिप्पणियां की थीं, जिसके बाद विभिन्न समाजों की धार्मिक भावनाएं भड़क गईं।
अग्रवाल समाज, सिन्धी समाज, और हिंदूवादी संगठनों ने एक स्वर में इसे “आस्था पर प्रहार” बताते हुए तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
हिंदूवादी संगठन से जुड़े योगेश सैनी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी –
“राजनीति करो, पर हिंदू होकर अपने ही देवी-देवताओं को गाली देना निंदनीय है। ऐसा पाप न करें, भगवानों से बड़े कोई नहीं। सभी हिंदू देवी-देवताओं का सम्मान करना चाहिए।”
सिन्धी और अग्रवाल सहित अनेक समाजों में उबाल : रायपुर से रायगढ़ तक विरोध की लहर
राजधानी रायपुर में अग्रवाल समाज के सैकड़ों लोगों ने कोतवाली थाना का घेराव कर पुलिस अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की।
वहीं रायगढ़, अंबिकापुर, सरगुजा, सराईपाली समेत कई जिलों में समाजजनों ने थानों का घेराव करते हुए ज्ञापन सौंपे और अमित बघेल के खिलाफ एफआईआर की मांग की।
रायगढ़ में सिन्धी समाज ने एसपी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि यह केवल समाज नहीं बल्कि पूरे हिंदू समाज की आस्था का अपमान है।
अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी राष्ट्रीय स्तर पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। प्रदेश अध्यक्ष किशन अग्रवाल ने कहा –
“यह विरोध किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि समाज की गरिमा और परंपरा की रक्षा के लिए है। यदि ऐसे बयान दोहराए गए तो समाज प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए तैयार है।”
इस प्रकरण पर गौरीशंकर श्रीवास ने कहा –
“छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना दरअसल उत्पाती, उन्मादी और गुंडागर्दी करने वालों का गिरोह है। इस पर जल्द कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
वहीं योगी अग्रवाल ने कहा –
“महाराजा अग्रसेन केवल अग्रवाल समाज के नहीं, बल्कि पूरे भारतीय समाज के प्रतीक हैं। उनके साथ-साथ भगवान झूलेलाल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय जैसे राष्ट्रपुरुषों के प्रति अपशब्द बोलना हिंदू अस्मिता पर गहरी चोट है।”
पुलिस कार्रवाई शुरू, पूरे प्रदेश में आक्रोश का माहौल : शिकायतों के आधार पर पुलिस ने अमित बघेल के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। मामले की जांच जारी है। राजधानी से लेकर अंचल तक समाजों में गुस्सा और असंतोष का माहौल है। कई जिलों में पुलिस प्रशासन को सतर्क रहना पड़ा है।
अमित बघेल के विवादित बयान ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ की सामाजिक एकता और धार्मिक सौहार्द पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर समाज अपनी आस्था की रक्षा को लेकर सड़कों पर है, वहीं पुलिस पर अब सख्त और पारदर्शी कार्रवाई की जिम्मेदारी है।




