
फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद/गुरूर। जिले के गुरूर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत कंवर नशे का आतंक, वही पुलिस प्रशासन थाने में चद्दर ओढ़ के सोया हुआ है? पूरे गांव में महिला, बच्चे और युवा नशाखोरी के जाल में पूरी तरह उलझ गए है लेकिन कंवर चौकी प्रभारी लता तिवारी घोड़े बेचकर सोयी हुई है। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग तथा जिले के नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार पटेल के सख्त निर्देशों के बावजूद भी कंवर चौकी द्वारा नशे के सौदागरों को खुला प्रश्रय देना समझ से परे है। हो सकता है चौकी प्रभारी द्वारा पुलिस कप्तान के आदेश को कचरे की टोकरी में डाल दिया जाता हो, कुछ कहा नहीं जा सकता।

ग्राम पंचायत कंवर के ग्रामीणों ने बताया कि चौकी प्रभारी लता तिवारी द्वारा नशे के कारोबार और अवैध कारोबार पर कोई सख्त कार्यवाही ही नहीं की जाती जिस कारण अवैध कारोबारियों की यहां चांदी हो गई है। वे दिन-दूनी रात-चौगुनी तरक्की कर रहे हैं। आपको बता दें कि जिले सहित पूरे प्रदेश भर के अंदर नशा एक भंयकर सरदर्द बन चुका है। जिले के अन्य थानों में ऐसे अवैध कारोबारियों पर लगातार कड़ी कार्यवाही की जाती है। जबकि कंवर चौकी द्वारा कार्यवाही के नाम पर महज खानापूर्ति कर दी जाती है। आपको बता दें कि गांव के छोटे छोटे बच्चे और महिलाएं तक नशे के आदी होते हुए दिखाई दे रहे है। आमतौर पर यह दृष्य शहरों में पहले यदाकदा दिखाई देता था, लेकिन अब जिले के गांव कंवर में आज के इस मौजूदा दौर में विकराल रूप ले चुका है। क्योंकि नशा युक्त समाज कभी तरक्की और उन्नति का सपना ही नही देख पाता है।

ग्राम पंचायत कंवर के ग्रामीणों ने उम्मीद जताई थी कि महिला चौकी प्रभारी के पदस्थ होने से अवैध व्यवसाय और व्यापार पर अंकुश लगेगा। लेकिन इसके उलट ही हो रहा है।
“ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत कंवर में चौकी प्रभारी लता तिवारी के पदार्पण के बाद अवैध व्यापार में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है।”
इस गंभीर समस्या से ग्रसित आर्दश ग्राम पंचायत कवंर के सभी गणमान्य पंचायत सदस्यों ने अपने गांव को नशा मुक्त गांव बनाने का सपना संजोया है और उसी सपना को आधार बनाकर जिला पुलिस अधीक्षक से नशे के अवैध व्यापार पर पाबंदी लगाने की मांग की है।
ग्राम पंचायत सदस्यों के द्वारा चलाई जा रही मुहिम को भारत जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष टुकेश्वर पांडे ने सराहनीय कदम बताया है और पुलिस प्रशासन से उम्मीद जताई है कि जल्द ही ग्राम कवंर को नशा मुक्त पंचायत बनाने हेतू उचित कदम उठाया जाएगा। बता दे कि कवंर चौकी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कवंर अवैध गांजा और शराब का गढ बन चुका है। परिणाम स्वरुप पुलिस चौकी होने के बावजूद गांव का माहौल बहुत ज्यादा खराब रहने लगा है। कंवर पुलिस चौकी द्वारा केवल खानापूर्ति करने कार्यवाही तो करती है, लेकिन थोडे दिनो बाद नशे का कारोबार ज्यों का त्यों वापस शुरू हो जाता है। ग्रामीणों ने जिला पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि वर्तमान चौकी प्रभारी का तबादला कर किसी ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस चौकी प्रभारी की नियुक्ति की जाए ताकि गांव और आसपास क्षेत्र में अवैध कारोबार पर अंकुश लगाया जा सके। अन्यथा हम उग्र आंदोलन को मजबूर हो जाएंगे।




