रायपुर फर्जी लूट कांड का पर्दाफाश : ऑनलाइन सट्टे में 46 लाख गंवाने के बाद सराफा कारोबारी ने रची 86 किलो चांदी लूट की झूठी कहानी, पुलिस ने 12 घंटे में किया खुलासा…

रायपुर। राजधानी में हथियारबंद लूट की गूंज मचाने वाला सराफा कारोबारी खुद निकला इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड। सदर बाजार क्षेत्र में हुई कथित 86 किलो चांदी की लूट की सनसनीखेज कहानी पूरी तरह फर्जी निकली। पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर इस नाटक का पर्दाफाश कर दिया। असल में कारोबारी ने ऑनलाइन सट्टे में 46 लाख रुपये डुबो दिए थे और इस नुकसान को छिपाने के लिए फर्जी लूट का ड्रामा रचा था।
पूरा घटनाक्रम : शनिवार को सराफा कारोबारी राहुल गोयल ने पुलिस को बताया था कि अज्ञात हथियारबंद लुटेरों ने उसके घर में घुसकर गन प्वाइंट पर हाथ-पैर बांध दिए और 86 किलो चांदी लूटकर फरार हो गए। उसने यह भी दावा किया था कि आरोपी घर में लगे सीसीटीवी के डीवीआर भी अपने साथ ले गए। यह सुनकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
लेकिन जांच की सुई जैसे-जैसे आगे बढ़ी, वैसा-वैसा मामला संदिग्ध होता गया। घटनास्थल पर लूट के कोई ठोस सबूत नहीं मिले – न जबरन प्रवेश के निशान, न संघर्ष के कोई प्रमाण। पुलिस ने शक के घेरे में खुद कारोबारी को लिया।
सख्ती से पूछताछ में टूटी झूठ की दीवार : जब पुलिस ने राहुल गोयल से सख्ती से पूछताछ की, तो उसका झूठ ज्यादा देर टिक नहीं सका। उसने खुद कबूल किया कि यह पूरी कहानी उसकी खुद की बनाई हुई थी।
राहुल मूल रूप से अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है और रायपुर में शिवा ट्रेडर्स के नाम से फर्म चलाता है, जो आगरा की एक बड़ी कंपनी के लिए क्लियरिंग एंड फारवर्डिंग एजेंट का काम करती है।
राहुल ने बताया कि अप्रैल से वह ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे में लगातार पैसे हारता जा रहा था — अब तक करीब 46 लाख रुपये डुबो चुका था। जब नुकसान बढ़ गया और कंपनी से उधार चांदी का हिसाब चुकाना असंभव लगने लगा, तो उसने कंपनी को चकमा देने के लिए इस “लूट” की कहानी गढ़ी।
नुकसान छिपाने कंपनी की चांदी बेच दी : जांच में खुलासा हुआ कि दिवाली सीजन के लिए आगरा से 200 किलो चांदी रायपुर मंगाई गई थी। इसमें से
- 100 किलो चांदी वापस भेज दी गई,
- 14 किलो बेचकर रकम ली गई,
- और करीब 40 लाख रुपये की चांदी उसने निजी तौर पर बेच दी जिसका पैसा उसने सट्टे में गँवा दिया।
इसके बाद, नुकसान की भरपाई और कंपनी को गुमराह करने के लिए बचे हुए 86 किलो चांदी की लूट की झूठी कहानी रच डाली।
पुलिस की तत्परता ने बचाई कंपनी की करोड़ों की ठगी : सदर बाजार पुलिस और रायपुर साइबर टीम की त्वरित कार्रवाई ने पूरे फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ कर दिया। कारोबारी राहुल गोयल को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब उस पर आपराधिक धोखाधड़ी व झूठी सूचना देने की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा —
“यह मामला एक बड़ा फाइनेंशियल फ्रॉड था, जिसे लूट का रूप देने की कोशिश की गई थी। महज 12 घंटे में सच्चाई सामने लाकर हमने कंपनी को करोड़ों की संभावित ठगी से बचा लिया है।”
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि ऑनलाइन सट्टा न केवल आर्थिक विनाश का कारण बनता है, बल्कि अपराध की राह पर भी धकेल देता है।
रायपुर पुलिस की तत्परता और सूझबूझ ने इस “फर्जी लूट” के असली चेहरे को बेनकाब कर दिया — जहां लालच और झूठ ने व्यापारी को अपराधी बना दिया।




