तमनार क्षेत्र बना अंधेर नगरी – बिजली विभाग का नया खेला पिछले कई दिनों से जारी… शिकायत की जगह भी बंद, विभाग ने उड़ाए पोर्टल से अधिकारीयों के नंबर?… मुख्यमंत्री की सांय सांय सरकार में नया खेला शुरू…

तमनार क्षेत्र की जनता इन दिनों दोहरी मार झेल रही है –
एक तरफ रोज़ घंटों की कटौती और धांधली, दूसरी तरफ शिकायत का रास्ता ही बंद!
👉 CSEB का कारनामा देखिए— पोर्टल से अधिकारियों के मोबाइल नंबर ही गायब कर दिए गए।
अब आम जनता किससे संपर्क करे? कहाँ अपनी तकलीफ़ सुनाए?
📌 तमनार की सच्चाई
- गाँव–गाँव में दिन भर अघोषित कटौती।
- वोल्टेज कभी इतना कम कि मोटर-पंखा ठप, कभी इतना हाई कि घरों के उपकरण जल जाएँ।
- शिकायत करने बैठो तो नंबर ही नदारद!
🔎 सवाल उठता है –
क्या बिजली विभाग ने खुद को जनता के सवालों से बचाने के लिए डिजिटल तालेबंदी कर दी है?
🚨 तमनार के हालात इतने बदतर हैं कि लोग कहने लगे हैं—
“सरकार की सांय-सांय में हमारा गाँव हर रोज़ अंधेरे में डूबा रहता है।”
🔥 जनता पूछ रही है-
- क्या यही है सुशासन का मॉडल?
- जहाँ अंधेरे में गाँव और उजाले में सिर्फ अफसर-नेता?
- क्या तमनार की जनता सिर्फ वोट देने के लिए है, समस्याएँ उठाने के लिए नहीं?
👉 यह सिर्फ बिजली विभाग की लापरवाही नहीं, बल्कि सरकार की नाकामी और जनता से धोखा है।
📢 तमनार की जनता अब कह रही है-
“बिजली विभाग होश में आओ, नहीं तो तमनार से उठने वाली गूँज पूरे प्रदेश में सुनाई देगी!”
पार्ट 2 मामले में बहुत जल्द ग्राउंड रिपोर्टिंग और लाइव वीडियो के साथ…




