बिचौलियों की खैर नहीं! ‘एक्शन मोड’ में कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी; ग्राउंड जीरो पर उतरे, कहा- असली किसान को रत्ती भर भी तकलीफ हुई, तो नपेंगे जिम्मेदार

रायगढ़। धान खरीदी के महाकुंभ में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ रायगढ़ प्रशासन ने ‘जीरो टॉलरेंस’ का बिगुल फूंक दिया है। बुधवार को कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी ने एसी कमरों से निकलकर सीधे खेतों और मंडियों का रुख किया। रायगढ़, पुसौर और खरसिया के उपार्जन केंद्रों पर कलेक्टर के औचक छापे से हड़कंप मच गया।
कलेक्टर ने कोतरा, केसला, जैमुरा और चपले केंद्रों पर तोल-कांटे और नमी मापक यंत्रों की खुद जांच की। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक लहजे में चेतावनी दी है- “बिचौलियों और कोचियों को मंडी के गेट पर ही रोक दें। अगर किसी असली किसान को अपनी फसल बेचने में पसीना बहाना पड़ा, तो संबंधित अधिकारी पर सीधी गाज गिरेगी।”
कलेक्टर का ‘अल्टीमेटम’ :
- ढेरी लगाकर ही होगी खरीदी : नमी में कोई समझौता नहीं, सीधा रिजेक्शन।
- खुफिया तंत्र सक्रिय : कोचियों की मिलीभगत पकड़े जाने पर एफआईआर की तैयारी।
- सटीक तौल : कांटे में गड़बड़ी मिली तो खैर नहीं।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम महेश शर्मा और प्रवीण तिवारी सहित पूरा प्रशासनिक अमला मौजूद रहा। आंकड़ों पर गौर करें तो अब तक केसला में 104 और चपले में 76 किसानों से बंपर खरीदी की जा चुकी है, लेकिन प्रशासन की नजर अब गुणवत्ता और पारदर्शिता पर टिकी है।




