
बलरामपुर। वाड्रफनगर विकासखंड के पशुपतिपुर कन्या आश्रम में नियमों की खुली धज्जियां उड़ाने का मामला सामने आया है। छात्राओं के लिए बने आश्रम में अधीक्षिका ने अपने पति को भी साथ में रख लिया था। यह मामला तब उजागर हुआ, जब ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि अधीक्षिका सुमित्रा सिंह ने नियमों को ताक पर रखकर अपने पति को हॉस्टल परिसर में आश्रय दिया। मामला तूल पकड़ते ही विभाग हरकत में आया और कार्रवाई करते हुए अधीक्षिका को तत्काल कार्यमुक्त कर दिया।
विभागीय आदेश के तहत सुमित्रा सिंह को उनके मूल पद प्रधान पाठक, प्राथमिक कन्या आश्रम शाला, पशुपतिपुर भेज दिया गया है। वहीं, उनकी जगह प्रीति सिंह, सहायक शिक्षक, शासकीय प्राथमिक शाला कोरवाटोला को नए हॉस्टल अधीक्षिका की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय स्तर पर चर्चा तेज है कि छात्राओं की सुरक्षा और अनुशासन से जुड़े गंभीर मामलों में विभाग शून्य सहनशीलता की नीति पर काम कर रहा है।





सुमित्रा सिंह को हटाया तो प्रीति सिंह को लगाया !!
सिंह के अतिरिक्त कोई जाति है ही नहीं क्या, बलरामपुर मे ?