एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल पर सरकार सख्त : 24 घंटे में लौटें ड्यूटी पर, वरना सेवा समाप्त…

रायपुर। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के हजारों कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 18 अगस्त 2025 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इस आंदोलन के चलते प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह चरमरा गई हैं। इसी बीच सरकार ने कर्मचारियों को अंतिम चेतावनी देते हुए साफ कहा है कि 24 घंटे के भीतर काम पर लौटें, अन्यथा सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के आयुक्त सह मिशन संचालक द्वारा पत्र क्रमांक NHM/HR/2025/2064 दिनांक /01/09/2025 में निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें लिखा है कि बार-बार चेतावनी के बावजूद हड़ताल से लौटकर ड्यूटी जॉइन नहीं करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ संविदा शर्तों के तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए सेवा से पृथक किया जाएगा।

सरकार का तर्क :
- 13 अगस्त को राज्य स्वास्थ्य समिति की बैठक में कर्मचारियों की मांगों पर सक्षम स्तर पर निर्णय लिया जा चुका है।
- 25 अगस्त को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय ने जिलों को आवश्यक निर्देश भी जारी कर दिए थे।
- इसके बावजूद कर्मचारी कार्यस्थल पर उपस्थित नहीं हो रहे हैं, जिससे लोकहित गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है।
कर्मचारी संघ का रुख : एनएचएम कर्मचारी संघ का कहना है कि उनकी मांगें वर्षों से लंबित हैं और सरकार केवल आश्वासन देकर जिम्मेदारी से बच रही है।
मुख्य मांगों में––
- सेवा का नियमितीकरण,
- वेतन विसंगति दूर करना,
- संविदा कर्मचारियों को सेवा सुरक्षा,
- और कार्यस्थल पर मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करना शामिल है।
स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित :
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के स्वास्थ्य उपकेंद्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ताले लटक रहे हैं।
- गर्भवती महिलाओं की जांच और बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम बाधित हैं।
- मलेरिया, डेंगू और मौसमी बीमारियों के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य सेवाओं का ठप होना जनता के लिए संकट का कारण बन रहा है।
अगला कदम : सरकार ने साफ कर दिया है – “यह अंतिम अल्टीमेटम है। 24 घंटे के भीतर कार्यस्थल पर उपस्थिति दर्ज कराएं, अन्यथा सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाएगी।” वहीं कर्मचारी संघ का कहना है कि अल्टीमेटम से आंदोलन और तेज होगा और जिम्मेदारी सरकार की होगी।