दहेज में मोटरसाइकिल न लाने पर गर्भपात तक करा दिया! – रायगढ़ में विवाहिता की दर्दनाक दास्तां, पति-दादी सास-चाची सास पर एफआईआर दर्ज…

रायगढ़। ज़िले से एक रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक विवाहिता ने अपने ही पति, दादी सास और चाची सास पर दहेज प्रताड़ना और जबरन गर्भपात कराने का गंभीर आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि ससुराल वाले दहेज में मोटरसाइकिल न मिलने से नाराज़ थे और उसी के चलते उसे प्रताड़ित किया गया। लगातार मानसिक और शारीरिक यातनाओं से तंग आकर पीड़िता ने आखिरकार जोबी चौकी में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
“दवा खिलाकर जबरन मेरा अबॉर्शन कराया गया” – विवाहिता सरोज राठिया : खरसिया ब्लॉक के ग्राम बर्रा निवासी सरोज राठिया ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी 12 मार्च 2023 को नवापारा टेंडा के प्रेम कुमार राठिया से सामाजिक रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी। शादी में उसके माता-पिता ने अपनी सामर्थ्य अनुसार सोने-चांदी के जेवर, फर्नीचर, टीवी, फ्रिज, कूलर, साइकिल और अन्य घरेलू सामान दिए थे।
शादी के शुरुआती कुछ महीने तो ठीक रहे, लेकिन बाद में पति प्रेम कुमार, दादी सास कमला बाई और चाची सास सुरेखा राठिया ने दहेज में मोटरसाइकिल न मिलने की बात पर ताने देना शुरू कर दिया। सरोज ने बताया कि उसका पति आए दिन गाली-गलौज और मारपीट करता था।
सरोज ने अपने बयान में कहा –
“जब मैं गर्भवती हुई, तो दिसंबर में पति, दादी और चाची ने मिलकर मुझे जबरन दवा खिलाई और मेरा गर्भपात करा दिया। तबीयत बिगड़ने पर भी उन्होंने इलाज नहीं कराया।”
पिता ने कराया इलाज, पति ने कहा – “बिना मोटरसाइकिल के नहीं लाऊंगा” : गर्भपात के बाद सरोज की हालत खराब हो गई तो उसने अपने मायके वालों को बुलाया। पिता उसे अपने साथ ले गए और इलाज कराया। इलाज के बाद जब उसने पति प्रेम कुमार को फोन कर ससुराल वापस जाने की बात कही, तो उसने साफ इंकार कर दिया।
“जब तक तुम्हारे घर वाले मोटरसाइकिल नहीं देंगे, मैं तुम्हें लेने नहीं आऊंगा,” – पति ने फोन पर कहा।
जोबी पुलिस ने तीनों आरोपियों पर दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज किया
काफी समय तक पति के न आने पर सरोज ने हिम्मत जुटाई और जोबी चौकी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर पति प्रेम कुमार राठिया, दादी सास कमला बाई, और चाची सास सुरेखा राठिया के खिलाफ दहेज प्रताड़ना, शारीरिक उत्पीड़न और जबरन गर्भपात कराने के गंभीर अपराध में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
जांच अधिकारी के अनुसार –
“शिकायत के आधार पर तीनों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना जारी है और मेडिकल रिपोर्ट व अन्य सबूतों को भी जोड़ा जा रहा है।”
दहेज प्रथा का जहर – कब थमेगा यह अत्याचार?
यह मामला एक बार फिर दहेज जैसी कुप्रथा की बर्बर हकीकत को उजागर करता है। आधुनिक समय में भी बेटियों को दहेज के लिए प्रताड़ित करना और उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना हमारी सामाजिक सोच पर बड़ा सवाल है।
रायगढ़ पुलिस से अपेक्षा है कि ऐसे अमानवीय कृत्य में शामिल दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई कर पीड़िता को न्याय दिलाया जाए।




