
धमतरी। शनिवार देर शाम नगरी रोड पर माकरदोना मोड़ के पास हुआ सड़क हादसा पूरे इलाके को झकझोर गया। भारतमाला परियोजना का ट्रक सड़क किनारे लावारिस खड़ा था, जिसमें धमतरी से लौट रहे तीन युवक बुलेट समेत जा घुसे। टक्कर इतनी भयानक थी कि मौके पर ही तीनों की मौत हो गई।

मृतकों की पहचान :
- डोमेश्वर नेताम (28 वर्ष) – सीएएफ का जवान, हाल ही में छुट्टी पर घर आया था, निवासी बाजार कुर्रीडीह।
- दिवस कोर्राम (35 वर्ष) – निवासी बाजार कुर्रीडीह।
- कालेश्वर यादव (31 वर्ष) – निवासी पीपरछेड़ी।
तीनों युवक किसी काम से धमतरी आए थे और वापस गांव लौटते समय हादसे का शिकार हो गए। हादसे के वक्त अंधेरा और बारिश भी थी, जिससे दुर्घटना और भी भयावह हो गई।
हादसे का मंजर : टक्कर इतनी भीषण थी कि सीएएफ जवान डोमेश्वर नेताम का शव बुलेट में ही फंस गया। आसपास के लोगों की मदद से सभी को 108 एंबुलेंस से धमतरी जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
तीन घरों के बुझे चिराग : गांव में मातम का माहौल है। जवान बेटे को खो चुके परिवार बिलख रहे हैं। एक ही गांव के दो और पास के एक युवक की असमय मौत ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है।
हादसे के बाद बड़ा सवाल खड़ा होता है –
- आखिर सड़क किनारे खड़ा ट्रक बिना रिफ्लेक्टर, संकेत या चेतावनी के क्यों छोड़ा गया था?
- भारतमाला जैसी राष्ट्रीय परियोजना में सुरक्षा मानकों की अनदेखी क्यों की जा रही है?
- क्या प्रशासन और ठेकेदारों की लापरवाही की कीमत जनता को अपनी जान देकर चुकानी पड़ेगी?
पुलिस की कार्रवाई : यह केरेगांव पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और ट्रक चालक से पूछताछ की जा रही है।
हादसा सिर्फ तीन परिवारों का दर्द नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर सवाल है। यदि सड़क किनारे खड़े वाहनों पर सख्ती और सुरक्षा इंतज़ाम होते, तो शायद आज तीन जिंदगियां बच सकती थीं।