पखांजूर अहाता कांड : कीड़ेयुक्त चना परोसने की खबर छापने वाले पत्रकार को दी गई जान से मारने की धमकी…

पखांजूर। नगर के एक अहाता में ग्राहकों को परोसे जाने वाले चना चखना से बड़ा खुलासा हुआ है। परोसे गए चने में कीड़े पाए जाने की शिकायत जैसे ही सामने आई, तो सच उजागर करने वाले पत्रकार पर ही दबंगई शुरू हो गई। अहाता संचालक संजीव सरकार उर्फ सोनू, जिसने खुद को भाजपा नेता बताकर दबदबा बनाने की कोशिश की, न केवल पत्रकार से उलझ पड़ा बल्कि अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए खुलेआम जान से मारने की धमकी तक दे डाली।
ग्राहकों ने साफ कहा है कि गंदगी और लापरवाही ही इस तरह की घटनाओं की जड़ है। यह सिर्फ बदइंतजामी नहीं बल्कि सीधे-सीधे सार्वजनिक स्वास्थ्य से खिलवाड़ है। लोगों का कहना है कि जब छोटे स्तर पर बेचे जाने वाले खाद्य पदार्थों में इतनी लापरवाही है तो फिर शहर में संचालित अन्य अहातों और होटलों की स्थिति क्या होगी, यह सहज ही समझा जा सकता है।
ग्राहकों और स्थानीय नागरिकों ने इस घटना को लेकर ज़िला प्रशासन और खाद्य सुरक्षा विभाग से तत्काल हस्तक्षेप और कठोर कार्रवाई की मांग की है। स्वास्थ्य विभाग ने भी माना है कि शिकायत पर जांच कराई जाएगी और यदि लापरवाही साबित होती है तो संचालक पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पत्रकारों को निशाना बनाने की साजिश : सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि जो पत्रकार जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा की खातिर सच्चाई सामने ला रहे हैं, वही अब सत्ता-संरक्षित दबंगों के निशाने पर हैं। पखांजूर में सामने आया यह मामला पत्रकारिता की आज़ादी और सुरक्षा दोनों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। स्थानीय पत्रकारों का कहना है कि “हम सच दिखाते हैं, और बदले में हमें धमकियां मिलती हैं। यह केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं बल्कि पत्रकारिता पर सीधा हमला है।”
जनता और प्रशासन के लिए चुनौती : स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना केवल एक अहाते तक सीमित नहीं है। पूरे नगर में संचालित सभी अहातों और होटलों की खाद्य सामग्री की नियमित जांच ज़रूरी है, वरना कभी भी बड़ी स्वास्थ्य आपदा खड़ी हो सकती है। वहीं पत्रकारों ने एसडीएम को लिखित शिकायत देकर दोषी पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
यह सिर्फ कीड़ेयुक्त चना की कहानी नहीं, बल्कि उस दबंगई का चेहरा है जो सच सामने आने पर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ – पत्रकारिता – को कुचलने पर आमादा है। सवाल साफ है – क्या प्रशासन जनता और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा या दबंगों का बचाव?