जशपुर से गोवा तक पुलिस का ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ : नाबालिग को गर्भवती कर भागा 52 साल का ‘दरिंदा’ रेस्टोरेंट में वेटर की नौकरी करते गिरफ्तार…

• ऑपरेशन अंकुश : पाताल से भी अपराधी को खोज निकालने की जशपुर पुलिस की जिद, 17 वर्षीय किशोरी का गुनहगार अब सलाखों के पीछे।…
जशपुर। कानून के हाथ कितने लंबे होते हैं, यह जशपुर पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया है। ‘ऑपरेशन अंकुश’ के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक ऐसे दरिंदे को गोवा से धर दबोचा, जिसने एक 17 वर्षीय नाबालिग की जिंदगी बर्बाद कर दी थी। 52 साल का यह अधेड़ उम्र का आरोपी, पाप छिपाने के लिए हजारों किलोमीटर दूर गोवा की चकाचौंध में वेटर बनकर छिपा था, लेकिन खाकी की नजरों से बच नहीं सका।
जंगल में बनाया था हवस का शिकार : घटना बागबहार थाना क्षेत्र की है। 52 वर्षीय आरोपी मिलराम तिर्की की नजर गांव की ही एक नाबालिग पर थी। जब किशोरी जंगल में बकरियां चराने गई, तो इस दरिंदे ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। डरी-सहमी बच्ची लोक-लाज के डर से चुप रही, लेकिन पाप छिपाए नहीं छिपता। जब नाबालिग गर्भवती हुई, तब जाकर इस घिनौने सच से पर्दा उठा। परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई और मामला थाने पहुंचा।
पुलिस के रडार पर आया ‘भगोड़ा’ : मामला दर्ज होते ही आरोपी मिलराम तिर्की फरार हो गया। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए साफ निर्देश दिए- “आरोपी चाहे जहां हो, उसे ढूंढ निकालो।” पुलिस की टेक्निकल टीम और मुखबिर तंत्र सक्रिय हो गए। सिग्नल मिला कि आरोपी छत्तीसगढ़ से भागकर गोवा के फतोड़ा इलाके में छिपा है।
वेटर की ड्रेस में छिपा था शैतान : सूचना पुख्ता होते ही जशपुर पुलिस की स्पेशल टीम गोवा के लिए रवाना हुई। वहां मझगांव बस स्टैंड के पास एक रेस्टोरेंट में आरोपी वेटर का काम कर रहा था। उसे लगा था कि इतनी दूर पुलिस नहीं पहुंचेगी, लेकिन जैसे ही पुलिस उसके सामने खड़ी हुई, उसके होश उड़ गए। पुलिस ने उसे वहीं दबोच लिया।
एसएसपी की चेतावनी: “बख्शे नहीं जाएंगे” : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध करने वालों के लिए जशपुर में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन अंकुश जारी रहेगा। अपराधी चाहे पाताल में भी क्यों न छिपा हो, हम उसे ढूंढ निकालेंगे।”
फिलहाल, आरोपी मिलराम तिर्की के खिलाफ बीएनएस की धारा 64(1) और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी बागबहार और उनकी टीम की भूमिका सराहनीय रही।



