बड़ी खबर : जशपुर बॉर्डर पर ‘खाकी’ का पहरा, धान माफियाओं की कमर टूटी! 48 घंटे, 7 गाड़ियां और 500 क्विंटल अवैध धान… SSP शशि मोहन सिंह के ‘एक्शन प्लान’ से तस्करों में हड़कंप…

जशपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का महाकुंभ चल रहा है, लेकिन पड़ोसी राज्यों के बिचौलियों (कोचियों) की ‘दाल’ जशपुर में नहीं गल रही है। जशपुर पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी स्ट्राइक करते हुए महज 2 दिनों के भीतर अवैध धान परिवहन के एक बड़े नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) शशि मोहन सिंह के ‘जीरो टॉलरेंस’ फरमान के बाद जशपुर जिले की सरहदें तस्करों के लिए ‘लोहे की दीवार’ बन गई हैं। झारखंड और ओडिशा के चोर रास्तों से अंधेरे का फायदा उठाकर घुस रहे 7 मालवाहक वाहनों को पुलिस ने धर दबोचा है।
ताबड़तोड़ कार्यवाही: कैसे बिछाया गया जाल? – पुलिस ने मुखबिरों का जाल ऐसा फैलाया कि तस्कर संभल ही नहीं पाए। कार्यवाही दो चरणों में हुई, जिसने माफियाओं की नींद उड़ा दी है:
पहला प्रहार (बुधवार की रात) : लोदाम, दुलदुला और तपकरा के रास्तों से घुसपैठ की कोशिश नाकाम!
- झारखंड कनेक्शन: लोहरदगा और गुमला से आ रहे दो बड़े ट्रक पकड़े गए।
- ओडिशा रूट: सुंदरगढ़ और तपकरा के ग्रामीण रास्तों से आ रही दो पिकअप गाड़ियां जब्त।
- नतीजा: एक ही रात में 270 क्विंटल धान पुलिस के कब्जे में।
दूसरा प्रहार (गुरुवार की रात) : तस्करों ने रास्ता बदला, लेकिन पुलिस पहले से तैयार थी!
- सिटी कोतवाली और कुनकुरी: यहाँ पुलिस ने घेराबंदी कर दो ट्रकों को पकड़ा, जिनमें 200 क्विंटल धान लदा था। ड्राइवर जशपुर का नाम ले रहे थे, लेकिन तार झारखंड से जुड़े निकले।
- कोल्हेनझरिया: ओडिशा सीमा पर फिर एक पिकअप पकड़ी गई।
- नतीजा: दूसरे दिन 238 क्विंटल धान जब्त।
‘ऑपरेशन जशपुर’ का लेखा-जोखा
- कुल जब्ती (2 दिन में): 508 क्विंटल (1195 बोरी)
- जब्त गाड़ियां: 04 ट्रक और 03 पिकअप (कुल 07 वाहन)
- कुल कीमत: ₹11,22,400 (ग्यारह लाख बाइस हजार से अधिक)
- रूट: झारखंड (गुमला, लोहरदगा, रांची) और ओडिशा (सुंदरगढ़)।
क्या कहते हैं एसपी? –
“जशपुर पुलिस की नज़रें सरहद के हर रास्ते पर हैं। चाहे वो नेशनल हाईवे हो या गांव की पगडंडी। पिछले कुछ दिनों में हमने 800 क्विंटल से ज्यादा अवैध धान पकड़ा है। तस्कर यह समझ लें कि जशपुर में अवैध धान खपाने की कोशिश का अंजाम सिर्फ जेल होगा। हमारी टीमें 24 घंटे फील्ड पर हैं।”
– शशि मोहन सिंह, एसएसपी, जशपुर
पुलिस की इस सर्जिकल स्ट्राइक ने यह साफ कर दिया है कि जशपुर के रास्ते छत्तीसगढ़ में अवैध धान खपाना अब नामुमकिन है। जब्त धान और गाड़ियों को राजसात की कार्यवाही के लिए कलेक्टर के सुपुर्द कर दिया गया है। कार्यवाही जारी है…




