रायगढ़ में गांजा का अब तक का सबसे बड़ा जखीरा जब्त – पुलिस की नाकाबंदी में पकड़ा गया 18 लाख का जहर, 250 किलो गांजा के साथ सरगुजा का तस्कर गिरफ्तार…

घरघोड़ा (रायगढ़)। रायगढ़ की धरती पर नशे का कारोबार किस तरह जड़ जमा चुका है, इसकी बानगी बीती रात देखने को मिली जब घरघोड़ा पुलिस ने देर रात लैलूंगा रोड पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 257.5 किलो अवैध गांजा के साथ एक युवक को रंगेहाथ गिरफ्तार किया। यह तस्करी इतनी संगठित और साहसिक थी कि पुलिस अगर कुछ मिनट देर करती तो करोड़ों के मादक पदार्थ का यह जखीरा गायब हो जाता।
पुलिस के अनुसार, मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक सफेद ह्युंडई कार (CG-29-AS-2077) में गांजे की बड़ी खेप रायगढ़ की ओर से आ रही है और घरघोड़ा होते हुए लैलूंगा की तरफ जाने वाली है। सूचना मिलते ही सहायक उपनिरीक्षक खेमराज पटेल ने रात 11 बजे के आसपास बिना देरी किए टीम गठित की और थाना के सामने ही मुख्य मार्ग पर नाकाबंदी कर दी।

करीब 11:30 बजे एक सफेद कार तेज रफ्तार से आती दिखाई दी। पुलिस को देख कार चालक ने वाहन मोड़ने की कोशिश की, मगर सतर्क टीम ने चारों ओर से घेरकर 26 वर्षीय संतोष दास पिता बुधराम दास, निवासी चीताबहार, थाना दरिमा, जिला सरगुजा को धर दबोचा।
कार की तलाशी ली गई तो पुलिस के होश उड़ गए – बीच की सीट से लेकर डिग्गी तक खाकी टेप में लिपटे 250 पैकेट बरामद हुए। हर पैकेट में एक किलो से अधिक गांजा भरा था। इलेक्ट्रॉनिक तराजू से वजन करने पर कुल 257.5 किलो गांजा पाया गया, जिसकी कीमत लगभग ₹18 लाख 2 हजार 500 आँकी गई। आरोपी के पास न तो किसी प्रकार का वैध दस्तावेज था और न ही परिवहन की अनुमति।

यह पूरा ऑपरेशन एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(बी) के तहत पंजीकृत किया गया। आरोपी से पूछताछ में पता चला कि यह गांजा रायगढ़ और आसपास के इलाकों में खुदरा विक्रेताओं तक पहुँचाया जाता था, जिससे स्कूल-कॉलेज के युवा इसकी चपेट में आ रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी किसी बड़े तस्करी नेटवर्क से जुड़ा हुआ है और उसके पीछे गांजा आपूर्ति की जटिल चेन काम कर रही है, जिसकी कड़ियाँ अब पुलिस खंगालने में जुटी है।
कार्रवाई में सहायक उपनिरीक्षक खेमराज पटेल के नेतृत्व में प्रधान आरक्षक पारसमणी बेहरा, अरविंद पटनायक, आरक्षक प्रदीप तिग्गा, भानुप्रताप चंद्रा, दिनेश सिदार, बसंत तिर्की और उधोराम पटेल शामिल रहे। टीम ने न केवल तस्कर को पकड़ा बल्कि अवैध माल के साथ उसके वाहन को भी जब्त किया जिसकी कीमत लगभग ₹18 लाख है।
घरघोड़ा थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की विवेचना शुरू कर दी गई है। पूछताछ के दौरान आरोपी से कई अन्य नाम सामने आने की संभावना है जो इस अवैध कारोबार की रीढ़ हैं।
यह मामला केवल एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि यह दिखाता है कि नशे का नेटवर्क अब गाँव-गाँव तक फैल चुका है, और जब तक ऐसे तस्कर कानून के शिकंजे में नहीं आते, तब तक समाज का भविष्य खतरे में रहेगा। पुलिस की यह कार्रवाई न केवल एनडीपीएस एक्ट की सफलता का उदाहरण है बल्कि रायगढ़ पुलिस की तत्परता और ईमानदारी का भी सशक्त संदेश देती है।




