दुर्गा विसर्जन में खूनी साज़िश ; कांग्रेस उपाध्यक्ष और उनके भाई पर सुनियोजित हमला, उत्सव के बीच फैली दहशत…

सूरजपुर। विजयादशमी की खुशियां उस समय मातम में बदल गईं जब सूरजपुर ज़िले के लटोरी चौकी क्षेत्र के सोनवाही गांव में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक सनसनीखेज वारदात सामने आई। भक्तों और ग्रामीणों से भरे जुलूस के बीच अचानक कुछ बदमाशों ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष दिलीप धर और उनके भाई पर लाठी-डंडों से बेरहमी से हमला कर दिया।
मां दुर्गा की विदाई के जयकारों और ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच अचानक उठी चीख-पुकार से पूरा माहौल अफरा-तफरी में बदल गया। श्रद्धालुओं में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और उत्सव का उल्लास खून से रंग गया।
भीड़ में घुसे हमलावर, सीधे नेताओं को बनाया निशाना : प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यह हमला आकस्मिक नहीं बल्कि सुनियोजित था। हमलावर पहले से घात लगाए खड़े थे और उन्होंने सीधे कांग्रेस उपाध्यक्ष और उनके भाई को निशाना बनाया। ग्रामीणों ने किसी तरह बीच-बचाव कर दोनों को बचाया और तत्काल अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
कांग्रेस का गुस्सा उबाल पर : इस हमले के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने बयान जारी करते हुए कहा – “हमारे नेता पर यह हमला पूरी तरह से सुनियोजित और राजनीतिक है। यदि दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।”
पुलिस अलर्ट मोड में, आरोपियों की तलाश तेज : वारदात की गंभीरता को देखते हुए लटोरी चौकी पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि CCTV फुटेज और चश्मदीद गवाहों के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि कोई अप्रिय स्थिति न बन सके।
मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन का पावन क्षण अब लोगों की स्मृतियों में हिंसा और खून की दहशत से जुड़ गया है। विजयादशमी जैसे उल्लासपूर्ण पर्व पर हुए इस हमले ने न केवल सोनवाही गांव, बल्कि पूरे सूरजपुर जिले को हिला कर रख दिया है।
यह वारदात सिर्फ एक हमले की कहानी नहीं, बल्कि त्योहार के बीच उपजे सियासी संघर्ष की भयावह तस्वीर है। सवाल अब यह है – क्या यह हमला पुरानी रंजिश का परिणाम था या फिर सत्ता की साजिश का हिस्सा?




