शादी का दबाव बना मौत का कारण -नाबालिग प्रेमी ने की 16 वर्षीय गर्लफ्रेंड की हत्या, जंगल में दफनाया शव…

अंबिकापुर। प्रेम संबंध में दरार आई तो एक नाबालिग लड़के ने अपनी 16 वर्षीय प्रेमिका की हत्या कर दी और उसके शव को जंगल में गड्ढा खोदकर दफना दिया। चार महीने से लापता किशोरी का अब कंकाल और उसका बैग बरामद हुआ है। पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर आरोपी नाबालिग को हिरासत में लिया है। सनसनीखेज खुलासे से पूरा सरगुजा संभाग स्तब्ध है।
लापता किशोरी की गुमशुदगी से हत्या तक का सफर : जानकारी के अनुसार, सूरजपुर जिले के रमकोला थाना क्षेत्र की रहने वाली संगीता रजक (16) अंबिकापुर के पटपरिया इलाके में अपनी सहेलियों के साथ रहकर काम करती थी। 4 अगस्त 2025 को वह अपने किराए के कमरे से निकली और वापस नहीं लौटी। सहेलियों ने जब संपर्क नहीं हो पाया, तो परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट गांधीनगर थाने में दर्ज कराई।
किशोरी की खोजबीन महीनों तक जारी रही, मगर कोई सुराग नहीं मिला। इसी बीच पुलिस ने उसकी मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगाली तो एक नाबालिग लड़के के साथ लगातार बातचीत के प्रमाण मिले। प्रेम-प्रसंग का एंगल सामने आते ही पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की।
प्रेम संबंध, तनाव और गुस्से का विस्फोट : संगीता का परिचय लुंड्रा थाना क्षेत्र के ग्राम ससौली निवासी एक नाबालिग लड़के से हुआ था। दोनों के बीच प्रेम संबंध थे और मुलाकातें भी होती रहती थीं। लेकिन धीरे-धीरे रिश्ते में तनाव बढ़ने लगा। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि संगीता उस पर शादी का दबाव बना रही थी। वह दूसरी जाति का था और नाबालिग उम्र में शादी करने से मना करता रहा।
घुमाने के बहाने बुलाया – रास्ते में हत्या : 3 अगस्त की शाम आरोपी बाइक लेकर अंबिकापुर पहुंचा और संगीता को घुमाने के बहाने बतौली थाना क्षेत्र के बुढ़ाआमा पिकनिक स्पॉट तक ले गया। लौटते वक्त दोनों के बीच बहस बढ़ गई। गुस्से में आकर आरोपी ने संगीता का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद वह शव को बतौली के चिरंगा जंगल ले गया, जहां उसने नाले के किनारे दो बड़ी चट्टानों के बीच गड्ढा खोदकर शव दफनाया और ऊपर से पत्थर डाल दिए। इसके बाद वह सीधे अपने गांव लौट गया, जैसे कुछ हुआ ही नहीं।
तकनीकी जांच ने खोला हत्या का राज : मामले की जांच के दौरान पुलिस को तब बड़ा सुराग मिला जब संगीता के मोबाइल नंबर पर नया सिम कार्ड एक्टिव हुआ। यह सिम आरोपी के उपयोग में पाया गया। पुलिस ने तुरंत उसे हिरासत में लिया। शुरू में वह गुमराह करता रहा, मगर तकनीकी साक्ष्यों के दबाव में टूट गया और पूरे अपराध की स्वीकारोक्ति कर दी।
निशानदेही पर मिला कंकाल – बैग से हुई पहचान : आरोपी की निशानदेही पर पुलिस, तहसीलदार, एसडीओपी, फॉरेंसिक टीम और डॉक्टरों की मौजूदगी में चिरंगा जंगल में खुदाई कराई गई। वहां से एक किशोरी का कंकाल और बैग बरामद हुआ। बैग में मिले कपड़ों और वस्तुओं से संगीता की मां और सहेलियों ने उसकी पहचान की। हड्डियों के नमूने डीएनए जांच के लिए भेजे गए हैं ताकि अंतिम पुष्टि हो सके।
मां की चीखें और पुलिस की सन्नता : जब खुदाई के दौरान मिट्टी से कंकाल बाहर आया, तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। अंबिकापुर से लेकर सूरजपुर तक यह खबर आग की तरह फैल गई। ग्रामीणों और स्थानीय लोगों में आक्रोश और हैरानी है कि प्रेम और विवाह के मतभेद ने एक मासूम की जान ले ली।
पुलिस जांच जारी – नाबालिग आरोपी पर कठोर कार्रवाई की तैयारी : थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल ने बताया कि आरोपी ने हत्या की बात कबूल की है। सभी साक्ष्य एकत्र कर फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। डीएनए रिपोर्ट आने के बाद शव की पुष्टि की जाएगी।
मामले में पोक्सो एक्ट और हत्या की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है। पुलिस आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत करेगी।
समाज के लिए सवाल : यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि समाज के उस चेहरे का आईना है जहाँ किशोर प्रेम, सामाजिक भेदभाव और मानसिक अपरिपक्वता का घातक संगम किसी की जान तक ले लेता है। सवाल यह भी है कि जब प्रेम संबंधों में तनाव या मतभेद होता है तो युवाओं को संवाद और समझ के बजाय हिंसा का रास्ता क्यों सूझता है?



