बिलाईगढ़ : गौरव पथ निर्माण अटका, सड़क की बदहाली से उबल रहा जनाक्रोश…

बिलाईगढ़। नगर की जर्जर सड़कों और अधूरे पड़े गौरव पथ निर्माण को लेकर एक बार फिर बवाल मच गया है। उप जिला नगर पंचायत बिलाईगढ़ का मुख्य मार्ग गड्ढों से भरा पड़ा है, जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। स्कूली बच्चों से लेकर आम नागरिक और व्यापारी तक सड़क की बदहाली से त्रस्त हैं।
वित्तीय वर्ष 2021-22 में कोर्ट रोड से नाले तक गौरव पथ (डिवाइडर और स्ट्रीट लाइट सहित) निर्माण के लिए 1.99 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे, लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया। नगरवासियों का आरोप है कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) सुशील कुमार चौधरी की उदासीनता और तानाशाही रवैये ने परियोजना को ठप कर दिया है। व्यापारियों के मकानों को तोड़कर उन्हें धूल और कीचड़ में छोड़ दिया गया, मगर गौरव पथ का निर्माण अधर में लटका रहा।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने 27-27 फीट तक अपनी भूमि खाली करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन सीएमओ की 40-40 फीट चौड़ाई की जिद और राजनीतिक खींचतान के चलते काम आगे नहीं बढ़ सका। मजबूर होकर कुछ नागरिक न्यायालय तक पहुंच गए।
जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों की मांग है कि गौरव पथ का निर्माण भाग-1 की तरह 27-27 फीट चौड़ाई में किया जाए ताकि लंबे समय से लटकी समस्या का समाधान हो सके। नगर अध्यक्ष, सभी पार्षदों और नागरिकों ने शासन-प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि तत्काल कार्य शुरू नहीं किया गया तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
अब नजरें नए अनुविभागीय अधिकारी और वरिष्ठ अधिकारियों पर टिकी हैं कि वे जनता की मांगों पर ठोस कदम उठाते हैं या फिर गौरव पथ का सपना कागजों में ही दबकर रह जाएगा।