भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष की दबंगई – किसान की पुश्तैनी ज़मीन पर कब्जे की कोशिश, पत्नी और मजदूरों से अभद्रता! थाने में शिकायत दर्ज…

रायगढ़। जिले के लेलूंगा थाना क्षेत्र के नारायणपुर (मुडापारा) गांव में सत्ता के नशे में चूर एक पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष की दबंगई का मामला सामने आया है। गांव के साधारण किसान देवानंद यादव ने थाने में लिखित रिपोर्ट देकर आरोप लगाया है कि भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष ललित यादव पिता डुलेश्वर यादव ने उनकी पुश्तैनी जमीन हड़पने की कोशिश की, मजदूरों को धमकाया, गाली-गलौज की और यहां तक कि उनकी पत्नी के साथ भी अभद्रता की।
किसान की पुश्तैनी ज़मीन पर मंडरा रहा राजनीतिक कब्ज़े का साया : देवानंद यादव (उम्र 55 वर्ष), निवासी नारायणपुर (मुडापारा), ने पुलिस को बताया कि उनके पूर्वजों की जमीन खसरा नंबर 275, रकबा 0.820 हेक्टेयर वर्षों से उनके परिवार के कब्जे में है, जिसका उपयोग वह खलिहान और बाड़ी के रूप में करते आ रहे हैं।
लेकिन अब इस जमीन पर भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष ललित यादव की नजर पड़ चुकी है।

मजदूरों को धमकाया – “काम करोगे तो जेल में सड़ोगे” : रिपोर्ट के अनुसार, 24 सितंबर 2025 को जब किसान ने अपने मजदूरों मनोज कुमार मांझी और सूरज कुमार मांझी को खेत की सफाई के लिए भेजा, तो ललित यादव ने मौके पर पहुंचकर अश्लील गालियां दीं, मारपीट की धमकी दी और मजदूरों को भगा दिया।
डरे हुए मजदूरों ने काम छोड़ दिया और वापस लौट आए।
इसके बाद 27 सितंबर 2025 को किसान ने दूसरा मजदूर बलिराम अगरिया भेजा तो ललित यादव फिर पहुंच गया। उसने फिर गालियां दीं और धमकी दी —
“अगर इस ज़मीन में काम किया तो जेल में सड़ोगे, तुमसे जो होगा कर लेना!”
पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार – ग्रामीणों में आक्रोश :पीड़ित देवानंद यादव ने आरोप लगाया है कि ललित यादव ने उसकी पत्नी सेवती यादव के साथ भी अश्लील भाषा में गाली-गलौज की।
यह हरकत सुनकर आसपास के ग्रामीणों में भारी नाराज़गी है। ग्रामीणों का कहना है कि “ललित यादव अपने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर आम किसानों को डराने-धमकाने में लगा है।”
न्यायालय में चल रहा भूमि विवाद, फिर भी दबंगई जारी : देवानंद यादव ने बताया कि विवादित भूमि को लेकर मामला वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है, बावजूद इसके ललित यादव ज़मीन पर जबरन कब्जे की कोशिश कर रहा है।
पीड़ित का कहना है –
“वह अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके हमें डराने की कोशिश कर रहा है। मजदूरों को गालियां देकर भगाता है, धमकी देता है कि साल भर की फसल चौपट कर दूँगा।”
पीड़ित की गुहार – “प्रभावशाली आरोपी पर दर्ज हो एफआईआर” – किसान ने थाना प्रभारी, लेलूंगा को सौंपे गए आवेदन में मांग की है कि
“ललित यादव पिता डुलेश्वर यादव निवासी नारायणपुर (मुडापारा) पर अश्लील गाली-गलौज, धमकी, मारपीट और जमीन कब्जे की साजिश के गंभीर आरोप में तत्काल एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए।”
गांव में डर का माहौल – सत्ता का संरक्षण या प्रशासन की चुप्पी?
गांव के कई लोगों का कहना है कि ललित यादव राजनीतिक संरक्षण के चलते अब तक खुलेआम दबंगई कर रहा है।
गांव में यह चर्चा है कि “अगर आम किसान की पुश्तैनी ज़मीन भी अब नेता छीनने लगेंगे, तो न्याय कहाँ मिलेगा?”
किसान की चेतावनी -“अब चुप नहीं रहेंगे”
देवानंद यादव ने कहा है कि वह अब अपनी पुश्तैनी ज़मीन के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे —
“राजनीतिक रसूख दिखाकर कोई हमारी ज़मीन नहीं छीन सकता। मैं न्याय मिलने तक लड़ता रहूंगा।”




