
• कार-एक्टिवा समेत हथियार जब्त, उड़ीसा से नशीली दवाओं की सप्लाई का नेटवर्क बेनकाब…
रायगढ़, 2 अक्टूबर। थाना कोतवाली पुलिस ने हत्या के प्रयास और एनडीपीएस एक्ट जैसे संगीन मामलों में फरार चल रहे शातिर आरोपी चंद्रकांत निषाद उर्फ बाबू (28 वर्ष), निवासी इंदिरा नगर रायगढ़ को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। आरोपी के कब्जे से एक कार, एक्टिवा और वारदात में प्रयुक्त बांस का डंडा जब्त किया गया है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन और चलाए जा रहे मादक पदार्थ विरोधी अभियान के तहत की गई। चंद्रकांत निषाद के खिलाफ थाना कोतवाली में एनडीपीएस एक्ट का अपराध क्रमांक 472/2025 (धारा 22, 29) तथा हत्या के प्रयास का अपराध क्रमांक 359/2025 दर्ज है।
पुरानी रंजिश में खून-खराबा : 23 जुलाई की रात जोगीडीपा निवासी गोविंदा सारथी अपने साथी सचिन यादव के साथ रामझरना से लौट रहा था। तभी महिंद्रा शो-रूम के पास चंद्रकांत और उसके साथियों ने गाड़ी रोककर हमला बोल दिया। इस दौरान आरोपी पीपी सारथी ने चाकू से गोविंदा पर वार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस पहले ही कुछ हमलावरों को गिरफ्तार कर चुकी थी, जबकि चंद्रकांत लंबे समय से फरारी काट रहा था।
नशीली दवाओं की तस्करी का बड़ा खेल : पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि चंद्रकांत निषाद उड़ीसा से नशीली दवाएं मंगवाकर रायगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई करता था। इससे पहले उसकी सहयोगी रुखसार सारथी को पुलिस पकड़ चुकी थी। वहीं, चक्रधरनगर पुलिस ने आरोपी धीरज बरेठ को नशीली इंजेक्शन बेचते गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने चंद्रकांत निषाद और उड़ीसा निवासी अशोक अग्रवाल का नाम बड़े सप्लायर के रूप में उजागर किया था।
जब्त सामान और कार्रवाई : गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी से
- मारपीट में प्रयुक्त कार (CG 16 CJ 0236)
- एक बांस का डंडा
- एनडीपीएस एक्ट में प्रयुक्त एक्टिवा (CG 13 BD 7085)
बरामद की।
पुलिस का कहना है कि चंद्रकांत निषाद लंबे समय से फरारी काटते हुए तस्करी का नेटवर्क संचालित कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी से इस गिरोह की कमर टूटी है और आगे और भी खुलासे होने की संभावना है।




