सक्ती जिले का सनसनीखेज कांड : फ्री में शराब मांगने पर दुकानदार ने सुहागा पिलाकर 2 युवकों की ली जान…

सक्ती। जिले के बिर्रा थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। ग्राम करही में दो युवकों की मौत का राज पुलिस जांच में उजागर हुआ है। शुरुआत में मामला जहरीली शराब से मौत का लगा, लेकिन सच्चाई कहीं ज्यादा खौफनाक निकली। यह एक सोची-समझी हत्या थी, जिसे अवैध शराब बेचने वाला दुकानदार और उसके चचेरे भाई ने अंजाम दिया।
मुख्य आरोपी भोला टंडन उर्फ सुरेंद्र (25) गांव में ब्लैक में शराब बेचता था। सूरज यादव और मनोज कश्यप रोज उसके पास जाते और मुफ्त में शराब मांगते। शराब न देने पर पुलिस में शिकायत करने की धमकी देते थे। बार-बार की इस दबंगई से तंग आकर भोला ने उन्हें हमेशा के लिए रास्ते से हटाने की योजना बना डाली।
उसने अपने चचेरे भाई अनिल टंडन (35) से सुहागा मंगवाया। अनिल ने गांव के सुनार से खुद को बैगा बताकर सुहागा हासिल किया। आरोपियों को मालूम था कि शराब में सुहागा मिलाने पर केमिकल रिएक्शन होता है और यह घातक जहर का काम करता है।
दोनों युवक गांव में बेहोशी की हालत में पड़े मिले। उनके पास शराब की बोतल भी मिली थी। परिजन उन्हें सारंगढ़ के एक निजी अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज शुरू होने के आधे घंटे में ही दोनों ने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने पहले मर्ग कायम किया, लेकिन जैसे-जैसे जांच गहराई, पूरा मामला हत्या की ओर मुड़ गया।
SP विजय कुमार पांडेय ने इस केस को गंभीरता से लिया और साइबर टीम व बिर्रा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 24 घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में भोला ने कबूल किया कि उसने चचेरे भाई के साथ मिलकर यह वारदात की। युवकों की रोजाना की हरकत और धमकियों से तंग आकर उसने उन्हें सुहागा पिलाकर मारने का फैसला लिया था।
पुलिस ने आरोपियों से सुहागा, शराब के रैपर और एक बड़ा सूजा बरामद किया है। सुहागा आमतौर पर सोनार मेटल जोड़ने में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इसे शराब में मिलाने पर यह घातक जहर बन गया।
आरोपियों के खिलाफ धारा 103(1) BNS, 61(2), 123 BNS के तहत केस दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
यह मामला सिर्फ दो हत्याओं का नहीं, बल्कि अवैध शराब कारोबार की उस काली हकीकत का भी पर्दाफाश है, जहां लालच, दबाव और डर के बीच जान की कीमत कुछ भी नहीं रह जाती।



