एक्सक्लूसिव : जांजगीर-चांपा की सड़कों पर दौड़ते ‘यमराज’: मुनाफे की हवस में 2 फीट ‘मौत’ बढ़ा रहे ट्रेलर संचालक, RTO की रहस्यमयी चुप्पी!…

जांजगीर-चांपा। जिले की सड़कें अब सफर का नहीं, बल्कि खौफ का जरिया बन चुकी हैं। यहाँ नेशनल हाईवे पर दौड़ रहे मालवाहक ट्रेलर अब सिर्फ माल नहीं ढो रहे, बल्कि मौत का सामान लेकर चल रहे हैं। हमारी टीम की पड़ताल ने एक ऐसे ‘काले खेल’ का पर्दाफाश किया है, जहाँ चंद रुपयों के मुनाफे के लिए ट्रेलर संचालक आम जनता की जान को दांव पर लगा रहे हैं और जिम्मेदार विभाग ‘कुंभकर्णीय नींद’ में सो रहा है।

क्या है ‘मौत का अवैध ढांचा’? – हाइवे पर सरपट दौड़ते इन हाइपर ट्रेलरों को गौर से देखिए। इनके ढांचों (Body) के साथ खुलेआम छेड़छाड़ की जा रही है। फैक्ट्री फिटेड बॉडी के ऊपर अवैध रूप से 1 से 2 फीट तक लोहे की एक्स्ट्रा प्लेटें (डाला) वेल्ड कर दी गई हैं।

मकसद साफ़ है- नियमों की धज्जियां उड़ाना और क्षमता से दोगुना माल लादना।
विज्ञान के नियम दरकिनार, हादसों को न्योता : ट्रांसपोर्ट विशेषज्ञ और ऑटोमोबाइल इंजीनियर्स की राय रूह कंपाने वाली है। ट्रेलर का डाला 2 फीट बढ़ाने का सीधा मतलब है:
- सेंटर ऑफ ग्रेविटी का बिगड़ना : वाहन का गुरुत्वाकर्षण केंद्र ऊपर खिसक जाता है, जिससे तीखे मोड़ पर ट्रेलर के पलटने की गारंटी 100 गुना बढ़ जाती है।
- ब्रेक फेल होने का खतरा : ओवरलोडिंग से टायरों और ब्रेक सिस्टम पर इतना दबाव पड़ता है कि इमरजेंसी में ब्रेक लगते ही नहीं, और गाड़ी बेकाबू होकर ‘किलर मशीन’ बन जाती है।
- सड़क पर चलता-फिरता बम : किसी भी दिन एक्सल टूटने से ये ट्रेलर हाईवे पर लाशों का ढेर लगा सकते हैं।
RTO और पुलिस: आंखें बंद, जेबें…? – सबसे बड़ा और चुभने वाला सवाल यह है कि इतने विशालकाय ट्रेलर किसी की नजर में क्यों नहीं आते?
मोटर व्हीकल एक्ट स्पष्ट कहता है कि ‘वाहन के चेसिस या बॉडी में बिना अनुमति बदलाव करना गैर-कानूनी है’, और ओवरलोडिंग पर वाहन जब्ती का प्रावधान है।
बावजूद इसके, जिले में यह खेल धड़ल्ले से जारी है।
- क्या परिवहन विभाग (RTO) को ये बढ़ी हुई हाइट नहीं दिखती?
- क्या यातायात पुलिस के चेकपॉइंट्स पर ये ट्रेलर अदृश्य हो जाते हैं?
- या फिर इस चुप्पी के पीछे कोई ‘बड़ा लेन-देन’ है?
जनता की जान सस्ती, मुनाफा महंगा? – स्थानीय जानकार बताते हैं कि एक ट्रिप में ज्यादा माल लादकर लाखों का वारा-न्यारा करने के चक्कर में संचालक यह भूल गए हैं कि उनकी यह लालच किसी घर का चिराग बुझा सकती है। यह अब केवल ट्रैफिक नियम तोड़ने का मामला नहीं है, यह ‘मानव जीवन के साथ खिलवाड़’ का आपराधिक कृत्य है।
प्रशासन से सीधा सवाल : जांजगीर-चांपा प्रशासन, परिवहन विभाग और पुलिस महकमे से हमारा सीधा सवाल है:
- क्या आप किसी बड़े नरसंहार का इंतजार कर रहे हैं? – क्या आपकी नींद तब खुलेगी जब इन अवैध ट्रेलरों के नीचे कुचलकर बेगुनाह लोग मारे जाएंगे और सड़कें खून से लाल हो जाएंगी?चेतावनी : अगर तत्काल प्रभाव से संयुक्त जांच अभियान चलाकर इन ‘मोडिफाइड यमराजों’ को जब्त नहीं किया गया, तो आने वाले किसी भी हादसे का जिम्मेदार कोई ड्राइवर नहीं, बल्कि जिले का सुस्त सिस्टम होगा।
चेतावनी : अगर तत्काल प्रभाव से संयुक्त जांच अभियान चलाकर इन ‘मोडिफाइड यमराजों’ को जब्त नहीं किया गया, तो आने वाले किसी भी हादसे का जिम्मेदार कोई ड्राइवर नहीं, बल्कि जिले का सुस्त सिस्टम होगा।




