रायगढ़ : पुराना धान खपाने की पोल खुली तो मंडी में ‘हाईवोल्टेज ड्रामा’, पेट्रोल डालकर ट्रैक्टर फूंकने की धमकी, FIR दर्ज…

• केशला समिति में निरीक्षण के दौरान हड़कंप: 100 क्विंटल पुराने धान के साथ रंगे हाथों पकड़ाया किसान, ट्रैक्टर छोड़कर हुआ फरार…
रायगढ़, 5 दिसंबर 2025। जिले के धान खरीदी केंद्रों में प्रशासन की सख्ती का असर आज उस वक्त देखने को मिला, जब ‘डाल-डाल प्रशासन और पात-पात बिचौलिए’ की तर्ज पर चल रहे खेल का पर्दाफाश हुआ। केशला सेवा सहकारी समिति में आज दिनभर अफरा-तफरी का माहौल रहा। यहाँ एक किसान द्वारा पुराना (रबी सीजन) धान खपाने की कोशिश न केवल नाकाम की गई, बल्कि अपनी चोरी पकड़े जाने पर किसान ने प्रशासन के सामने ही हाईवोल्टेज ड्रामा खड़ा कर दिया।
क्या है पूरा मामला? – कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी के सख्त निर्देशों के बाद जिले भर में चल रही ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ जैसी मॉनिटरिंग के बीच, कृषक हिमांचल चौहान 100 क्विंटल धान का टोकन कटाकर समिति पहुंचा था। नोडल अधिकारियों की पैनी नजर जब धान की क्वालिटी पर पड़ी, तो संदेह हकीकत में बदल गया।
- जांच में खुलासा: नमी मापक यंत्र में धान की नमी मात्र 12.2 प्रतिशत मिली।
- कुबूलनामा: कड़ाई से पूछताछ करने पर कृषक ने स्वयं स्वीकार किया कि यह धान मौजूदा खरीफ सीजन का नहीं, बल्कि पुरानी रबी फसल का है।
ट्रैक्टर फूंकने की धमकी और दुस्साहस : मामला तब गरमा गया जब तहसीलदार और कार्यपालिक दंडाधिकारी (लैलूंगा) मौके पर पहुंचे और धान व ट्रैक्टर को जप्त करने की कार्रवाई शुरू की। अपनी पोल खुलते देख कृषक हिमांचल चौहान ने आपा खो दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, किसान ने न केवल अधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया, बल्कि “ट्रैक्टर और धान पर पेट्रोल डालकर आग लगा दूंगा” जैसी गंभीर धमकियां भी दीं। इतना ही नहीं, जब प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो वह अपना ट्रैक्टर और धान मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया।
BNSS के तहत सख्त कार्रवाई : प्रशासन ने इस अनुशासनहीनता को गंभीरता से लिया है। तहसीलदार द्वारा अमानक धान और ट्रैक्टर को जप्त कर समिति प्रबंधक की सुपुर्दगी में दे दिया गया है। वहीं, परिशांति भंग करने और शासकीय कार्य में बाधा डालने के चलते आरोपी कृषक के विरुद्ध थाना लैलूंगा में बी.एन.एस.एस. (BNSS) की धारा 126 और 135(3) के तहत मामला दर्ज करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
कलेक्टर की दो टूक: ‘बर्दाश्त नहीं होगी हेराफेरी’ : इस घटना के बाद कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी ने कड़े तेवर दिखाते हुए स्पष्ट किया है कि धान खरीदी में पारदर्शिता से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि चाहे अवैध परिवहन हो या पुराने धान की री-साइकिलिंग, हर गड़बड़ी पर प्रशासन की तीसरी आंख नजर रख रही है।




