छत्तीसगढ़

NEET एग्जाम में गड़बड़ी, 10 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी NTA: हाईकोर्ट में जांच कमेटी बनाने की दी जानकारी, स्टूडेंट्स सीधे एंजेसी से कर सकेंगे संपर्क…

बिलासपुर। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया है। यह कमेटी 10 दिन में जांच कर छात्र हित में फैसला लेगी। इस मामले में दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान एनटीए ने शुक्रवार को हाईकोर्ट को यह जानकारी दी। जिस पर डिवीजन बेंच ने याचिका खारिज कर दिया है। साथ ही छात्रों को एनटीए से संपर्क करने को कहा गया है।

दरअसल, छत्तीसगढ़ के बालोद जिले की छात्रा लिपिका सोनबोइर सहित कई प्रतियोगियों ने बिलासपुर हाईकोर्ट में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के खिलाफ याचिका दायर की थी। इस मामले में पिछली सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी से जवाब मांगा था। शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई हुई।

इस दौरान राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के वकील ने बताया कि, मामले की जांच के लिए पहले ही कमेटी बना दी गई है। कमेटी 10 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के जवाब के बाद चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की डिवीजन बेंच ने केस को निराकृत कर दिया है

हाईकोर्ट से प्रकरण का निपटारा होने के बाद अब प्रतियोगियों का भविष्य अधर में है। क्योंकि, अब पूरा मामला फिर से राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के पाले में आ गया है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने कमेटी बनाई है। इसमें संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य भी शामिल किए गए हैं। लेकिन, याचिकाकर्ता प्रतियोगियों को कमेटी के सामने ऑनलाइन अपना पक्ष रखना होगा।

इस परीक्षा के दौरान 5 मई को बालोद जिला मुख्यालय में पहली बार NEET की परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके लिए बालोद नगर के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम स्कूल और शासकीय बालक आदर्श उच्चतर माध्यमिक स्कूल को एग्जाम सेंटर बनाया गया था। परीक्षा के दिन दोपहर 2 बजे बालोद के भारतीय स्टेट बैंक से मिले प्रश्न-पत्रों का पहला सेट परीक्षार्थियों को बांटा गया। प्रश्न पत्र का यह सेट सही नहीं था। करीब 50-55 मिनट बाद दूसरा पेपर बांटा गया। परीक्षा के दौरान केंद्राध्यक्ष सहित अधिकारियों को जब अपनी गलती का एहसास हुआ कि छात्रों को गलत प्रश्न पत्र वितरित कर दिया गया है, तब 55 मिनट बाद केनरा बैंक बालोद से मिले प्रश्न पत्रों का एक और सेट मंगाकर फिर से बांटा गया।

प्रश्न-पत्र के दूसरे सेट में ओएमआर शीट का एक अलग सेट जुड़ा हुआ था। इसे उम्मीदवारों को दोबारा भरना पड़ा। इसमें परीक्षार्थियों का समय खराब हो गया जिसके चलते प्रतियोगी छात्रा का पेपर बिगड़ गया।

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)

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